अगले सत्र से कौशल विकास मिशन के तहत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाना सीखेंगी कस्तूरबा की छात्राएं, बेसिक शिक्षा विभाग देगा प्रमाण पत्र
● कौशल विकास मिशन तकनीकी शिक्षा देगा
● उच्चीकृत किए गए 645 केजीबीवी में होगी पढ़ाई
लखनऊ । प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में पढ़ने वाली छात्राएं अब सामान्य शिक्षा के साथ सेमीकंडक्टर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाना भी सीखेंगी।
कक्षा आठवीं से 12 वीं कक्षा तक हाल ही में उच्चीकृत किये गये प्रदेश के 106 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अगले सत्र से तकनीकी शिक्षा की पढ़ाई शुरू की जायेंगी। जिसके तहत इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित एनालॉग आईसी डिजाइन एवं क्लीन रूम टेक्नोलॉजी आदि की भी कई आधुनिक प्रौद्योगिकी की शिक्षा प्रदान की जायेगी।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा चयनित इन केजीबीवी में कौशल विकास मिशन की ओर से आधुनिक तकनीक की शिक्षा दी जाएगी। प्रदेश में संचालित 742 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब स्थापित कर आईटी की पढ़ाई पहले से ही जारी है। अब इनमें तकनीकी शिक्षा की सुविधा भी शुरू किये जाने का निर्णय किया गया है।
इसके तहत अब तक 12 वीं कक्षा तक उच्चीकृत किये गये 645 केजीबीवी में से 106 कस्तूरबा विद्यालयों में तकनीकी शिक्षा शुरू किये जाने का निर्णय किया गया है। कौशल विकास मिशन इन चयनित कस्तूरबा विद्यालयों में तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था करेगा। इसे तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से मान्यता प्रदान की जायेगी।
चयनित कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में ऑटोमेशन टूल्स व डेटा एनालिटिक्स के अन्तर्गत सेमीकंडक्टर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के निर्माण से लेकर एनालॉग आईसी डिजाइन एवं क्लीन रूम टेक्नोलॉजी आदि की शिक्षा प्रदान की जायेगी।
बेसिक शिक्षा विभाग देगा प्रमाण पत्र
कस्तूरबा विद्यालयों में तकनीकी शिक्षा हासिल करने वाली बालिकाओं को बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से प्रमाण पत्र दिया जायेगा जिसकी तकनीकी शिक्षा परिषद की मान्यता होगी। सरकार की ओर से कस्तूरबा से तकनीकी शिक्षा पाने वाली बालिकाओं को सरकारी विभागों व सार्वजनिक उपक्रमो में विशेष लाभ प्राप्त हो सकेगा।