SSY Yojana 2024: सुकन्या समृद्धि योजना केंद्र सरकार की सबसे पॉपुलर निवेश योजना है इस योजना के तहत 10 साल से छोटी बच्ची की शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से आप उसकी पढ़ाई या शादी के वक्त एकमुश्त मदद पाने के लिए केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं. जो लोग शेयर बाजार के जोखिम से दूर रहना चाहते हैं और Fixed Deposit में गिरते ब्याज दर से परेशान हों, तो आपके लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक बेहतरीन विकल्प है।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना:
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) केंद्र सरकार की बेटियों के लिए एक महत्वपूर्ण बचत योजना है इस योजना को केंद्र सरकार के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान के तहत शुरू किया गया है यह एक छोटी बचत योजना है जिसमें अच्छा ब्याज दर मिलता है सुकन्या समृद्धि योजना उन परिवारों को ध्यान में रखकर शुरू की गई है जो गरीब व मध्यम वर्ग के हैं जो छोटी-छोटी बचत को इकट्ठा कर बेटी की शादी या उच्च शिक्षा के लिए जमा करना चाहता है ।
सुकन्या समृद्धि योजना पात्रता :
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता बच्ची के जन्म लेने से 10 साल के भीतर कम से कम 250 रुपये के जमा के साथ खाता खोला जा सकता है चालू वित्त वर्ष में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कराये जा सकते हैं। यह खाता बेटी के 21 साल के होने या 18 साल की उम्र के बाद उसकी शादी होने तक चलाया जा सकता है एक बच्ची के लिए केवल एक ही खाता खोला जा सकता है
कहां खुलेगा सुकन्या समृद्धि योजना खाता:
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या कमर्शियल ब्रांच की अधिकृत शाखा से खुलवा सकते हैं। इसके लिए दस्तावेज निम्नलिखित आवश्यक होंगे:-
- बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र
- बच्ची के माता-पिता या अभिभावक का पहचान व Address का प्रमाण
सुकन्या समृद्धि योजना में रकम जमा नहीं हो पाई तब क्या होगा:
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में किसी अनियमित के कारण रकम जमा नहीं होने पर उसे 50 रुपये सालाना की पेनाल्टी देकर नियमित करवाया जा सकता है. इसके साथ ही हर साल के लिए कम से कम जमा कराई जाने वाली रकम भी सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में डालनी पड़ेगी.
अगर पेनल्टी नहीं चुकाई गयी तो सुकन्या समृद्धि योजना खाते में जमा रकम पर पोस्ट ऑफिस के सेविंग एकाउंट के बराबर ब्याज मिलेगा जो अभी करीब चार फीसदी है. अगर सुकन्या समृद्धि योजना खाते पर ब्याज ज्यादा चुका दिया गया है तो उसे रिवाइज किया जा सकता है.
सुकन्या समृद्धि योजना एकाउंट मैच्योर कब होगा:
खाता खोलने के दिन से 21 साल पूरा होने या गर्ल चाइल्ड की शादी होने के बाद एकाउंट मैच्योर हो जायेगा.
सुकन्या समृद्धि योजना की शर्तें:
सुकन्या समृद्धि भारत की एक छोटी बचत योजना है, जिसके अंतर्गत माता-पिता या कानूनी अभिभावक कन्या के नाम से खाता खोल सकते हैं और उसका संचालन कन्या के 10 वर्ष की आयु होने तक कर सकते हैं। यह खाता किसी भी डाकखाने और निर्धारित सरकारी बैंकों में खोला जा सकता है।
बेटियों के भविष्य की जरूरतों खासकर शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के मकसद से लोगों के बीच सकन्या समृद्धि योजना की लोकप्रियता पिछले कुछ अरसे से बढ़ी है । सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटियों के लिए छोटी बचत योजना है. SSY को केंद्र सरकार की ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ स्कीम के तहत लांच किया गया है.लेकिन इस योजना को लेकर अब भी कई भ्रांतियां हैं । आज बात ऐसी ही भ्रांतियों और उनके सच की ।
SSY में निवेश पर इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है. लंबी अवधि में SSY बड़ा फंड बनाने में भी मददगार है. आप भी अपनी बेटी के लिए SSY योजना का लाभ उठा सकते हैं.
भ्रांति 1. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में जैसा बताया गया है कि जैसे ही बेटी21 साल की होगी , मैच्योरिटी की पूरी राशि निकाली जा सकेगी । लेकिन सच यह है कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है । मैच्योरिटी की पूरी राशि खाता खोले जाने के दिन से 21 वर्ष बाद ही निकाली जा सकती है । इसका यह मतलब यह की इस स्काम का मैच्योरिटी पीरियड 21 साल है , न कि बेटी के 21 वर्ष की उम्र । यानी अगर बेटी के पांचवे जन्मदिवस पर खाता खुलवाया गया है तो मैच्योरिटी की पूरी राशि उसे 26 साल की उम्र में मिलेगी । न की बेटी के 21 वर्ष की उम्र पूरी होने पर । सुकन्या समृद्धि योजना में ज्यादातर लोग यही समझते है। तो मैच्योरिटी की राशि कब निकलेगी यह भ्रांति आपकी दूर हो गई होंगी।
भ्रांति 2 : सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) खाते में जमा राशि में से कितनी भी राशि उच्च शिक्षा के लिए निकाली जा सकती है । यह आपने सुना हो होगा लेकिन सच : यह है कि ऐसा बिलकुल नहीं है । उच्च शिक्षा के लिए आंशिक निकासी की राशि निकासी से ठीक पहले के वित्त वर्ष के अंत में उपलब्ध कुल बैलेंस का अधिकतम 50 फीसदी या एजुकेशन संस्थान की फीस से ज्यादा नहीं हो सकती ( कुल बैलेंस का 50 फीसदी या एजुकेशन संस्थान की फीस दोनों में से जो कम हो ) । उच्च शिक्षा के मकसद से आंशिक निकासी की इजाजत बेटी के 18 वर्ष की उम्र पूरी करने या दसवीं पास करने ( दोनों में से जो पहले हो ) की स्थिति में ही होगी । आंशिक निकासी के लिए दो विकल्प हैं – एकमुश्त या किस्तों में । किस्तें अधिकतम पांच साल तक ली जा सकती हैं । हर साल एक ही किस्त की अनुमति होगी । तो सुकन्या समृद्धि योजना लेकर यह भ्रांति भी आपकी दूर हो गई होगी।
भ्रांति 3 : सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में शादी के लिए मैच्योरिटी की राशि तभी मिलेगी , जब खाता खोले 21 साल हो जाएंगे । लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नही है । इस स्थति में आपको छूट मिली हुई है । अगर मान लो की खाताधारक ( बेटी ) की शादी 18 वर्ष की उम्र के बाद होती है तो फिर मैच्योरिटी की राशि पाने के लिए खाते के 21 साल होने जरूरी नहीं है । मान लीजिए किसी गर्ल चाइल्ड का 6 वर्ष की उम्र में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुला । इस स्थिति में इस खाताधारक के 27 वर्ष पूरे होने के बाद ही पूरी निकासी की जा सकती है । लेकिन अगर उस खाताधारक की शादी 19 वर्ष की उम्र में हो जाती है तो इसका मतलब है कि खाता खुलने के सिर्फ 13 साल पूरे होने के बावजूद वह पूरी राशि निकाल सकती है । यह भी ध्यान रखें कि प्रीमैच्योर क्लोजर का प्रावधान शादी की तारीख से 1 महीना पहले और तीन महीने बाद नहीं है ।
भ्रांति 4 : सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में पूरे 21 साल तक सालाना न्यूनतम कॉन्ट्रिब्यूशन जरूरी है । लेकिन ऐसा बिल्कुल नही है। सच यह है कि मैच्योरिटी की पूरी राशि भले ही 21 साल के बाद ही निकाली जा सकती हो ( शादी के केस में अलग नियम ) , लेकिन इसमें कॉन्ट्रिब्यूशन अकाउंट खुलने के दिन से 15 वर्ष तक ही करना होता है । हालांकि प्रीमैच्योर क्लोजिंग ( शादी के लिए ) की स्थिति में कॉन्ट्रिब्यूशन 15 वर्ष से कम भी हो सकता है । मान लीजिए किसी गर्ल चाइल्ड का अकाउंट 10 साल की उम्र में खुलता है और वह 20 वर्ष की उम्र में अपनी शादी के लिए अकाउंट से पूरी राशि निकालती है । तो इस स्थिति में अकाउंट होल्डर का कॉन्ट्रिब्यूशन सिर्फ 10 वर्ष के लिए होगा । न की पुरे 21 साल के लिए।
भ्रांति 5 :सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) आप महीने में किसी भी दिन जमा करें , ब्याज पर असर नहीं पड़ेगा । लेकिन ऐसा बिल्कुल नही है। सच यह है कि महीने की एक तारीख और 10 तारीख के बीच उपलब्ध न्यूनतम जमा राशि पर ही ब्याज मिलेगा । मतलब यदि किसी महीने 10 तारीख के बाद जमा करते हैं तो उस महीने का ब्याज नहीं मिलेगा ।
मान लीजिए आप किसी वर्ष 11 अप्रैल को इस स्कीम में एकमुश्त पैसे जमा करते हैं तो आपको उस वित्त वर्ष जमा की गई रकम पर 12 महीने की जगह 11 महीने का ब्याज मिलेगा । वित्त वर्ष का मतलब होता है 01 अप्रैल से 31 मार्च इसे एक वित्त वर्ष माना जाता है।
तो मित्रो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) को लेकर यह कुछ सच्चाई थी जो मैने आपके सामने रखने की कोशिश की है उम्मीद करता हूँ की यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा तो इसे आप और लोगो को शेयर भी करे ताकि और लोग भी इसके बारे में जान सके और झूठ के जाल में न फंसे।
नोट: सरकार द्वारा समय-समय पर सुकन्या समृद्धि योजना में बदलाव किया जा सकता है इसके लिए निवेश करने से पहले आधिकारिक वेबसाइट को जरूर देखें