काम प्रधानाध्यापक का, प्रमोशन के लिए मिल रही तारीख पर तारीख

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 सुल्तानपुर। आठ वर्षों से प्रमोशन का इंतजार करते-करते 49 शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए। अब उन्हें पेंशन समेत अन्य देयकों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अभी कई शिक्षक सेवानिवृत्त होने की कगार पर हैं। लगातार बढ़ते दबाव के बीच डेढ़ साल पहले प्रमोशन की प्रक्रिया फिर शुरू हुई, लेकिन उसके बाद भी तकनीकी कारणों का बहाना बनाकर प्रमोशन के लिए शिक्षकों को सिर्फ तारीख पर तारीख ही मिल रही है।

शासन ने 27 जुलाई तक बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिक्षकों की वरिष्ठता सूची मांगी थी, लेकिन अभी तक सूची ही नहीं बन सकी है। प्रमोशन न होने के चलते 629 शिक्षक प्रभारी प्रधानाध्यापक के तौर पर कार्य कर रहे हैं। काम तो वे प्रधानाध्यापक का कर रहे हैं, लेकिन वेतन व देयक उन्हें सहायक अध्यापक वाला ही मिल रहा है। बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन पहले जिला स्तर पर होते थे। जिले में वर्ष 2016 में आखिरी बार शिक्षकों का प्रमोशन हुआ था। शिकायतों के बाद प्रमोशन को शासन ने अपने हाथ में ले लिया।

पद मिला न प्रमोशन, रिटायर हो गए

प्राथमिक विद्यालय धरावां में तैनात शिक्षक मो. इस्माइल, प्राथमिक स्कूल पांडेयपुर के संतराम तिवारी, जूनियर हाईस्कूल धारूपुर के मो. मुस्तफा, प्राथमिक विद्यालय देवलपुर के मो. मुश्ताक समेत 49 ऐसे शिक्षक हैं, जो अर्हता पूरी करते थे, लेकिन प्रमोशन के बिना ही सेवानिवृत्त हो गए।

बढ़ रही असमानता

जिले में प्राथमिक विद्यालय में कुल 1409 प्रधानाध्यापक के पद स्वीकृत हैं। मौजूदा समय में कुल 1346 ही कार्यरत हैं, जबकि 63 पद खाली हैं। उधर, उच्च प्राथमिक स्कूल में कुल 1775 सहायक अध्यापकों के पद स्वीकृत है। जिसमें 1874 शिक्षक कार्यरत हैं। इस लिहाज से 99 शिक्षक अतिरिक्त हैं।

जल्द जारी होगी वरिष्ठता सूची

बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि जब शासन से वरिष्ठता सूची मांगी जाएगी तो उपलब्ध करवा दी जाएगी। शिक्षकों का प्रमोशन शासन स्तर से होना है। जिले स्तर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।