बहराइच राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय बभनी रिसिया में आवासित बालिकाओं के पठन-पाठन, भवन, कक्ष कक्षों, छात्रावास तथा परिसर इत्यादि की साफ-सफाई, मेस इत्यादि व्यवस्थाओं का डीएम ने जायजा लिया तो हकीकत सामने आ गई। छात्राओं की थाली में परोसे जाने वाले भोजन में पनीर की मात्रा न के बराबर व सलाद गायब रहा। जिसको देखकर डीएम भड़क उठे और संस्था का भुगतान रोक दिया। नाराजगी जताते हुये डीएम ने सुधार लाने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य समेत अन्य लोगों के अनुपस्थित रहने पर डीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय बभनी रिसिया का डीएम डॉ. दिनेश चंद्र रविवार को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय मौके पर मौजूद कनिष्ठ लिपिक विनोद ने बताया कि दोपहर के भोजन का समय 12 बजे से 12:40 बजे तक है, परंतु एक बजे तक मेस नहीं खुला था।
भोजन में देरी के कारणों का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी ने जब रसोई का निरीक्षण किया तो साफ-सफाई तथा अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक नहीं पायी गयीं।
भोजन की बाबत पता करने पर ज्ञात हुआ कि निर्धारित मेन्यू के अनुसार बालिकाओं के लिए मटर पनीर की सब्जी, पूड़ी, पापड़, चावल तथा खीर लगभग तैयार है। इसके उपरांत डीएम ने तत्काल मेस खुलवाकर बच्चों को अपने हाथों से भोजन परोसा। सब्जी में पनीर की मात्रा कम पाए जाने तथा भोजन के साथ सलाद सर्व न करने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि बच्चियों को खाने में सलाद अनिवार्य रूप से परोसा जाय।
रविवार अवकाश का दिन होने के कारण निरीक्षण के समय कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं पाया गया। यहां तक वार्डेन कल्पना सैनी, फार्मासिस्ट आलोक कुमार तिवारी, सफाई कर्मी सावित्री देवी व रीना देवी तथा अवकाश का दिन होने के कारण दिन के समय देखभाल के लिए जिम्मेदार प्रधानाचार्य डॉ. संदीप त्रिपाठी तथा सायंकाल के लिए जिम्मेदार उप प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार मिश्र भी विद्यालय में मौजूद नहीं थे। डीएम ने इस स्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए बालिकाओं को खाना परोसने में विलंब के लिए जिम्मेदार संस्था नव प्रयास का भुगतान बाधित करने तथा अनुपस्थित पाये गये प्रधानाचार्य, सहायक प्रधानाचार्य, वार्डेन ता अन्य कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा वेतन बाधित करने का निर्देश जिला समाज कल्याण अधिकारी को दिया है। डीएम के निरीक्षण से स्कूल में हड़कंप मचा रहा।