जो 3 साल से स्कूल नहीं आया, उसे मिल रहा शिक्षक पुरस्कार

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अमरोहा। उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित हेमा तिवारी पुरस्कार मिलने से पहले ही विवादों में घिर गईं हैं। अन्य प्रतिभागी शिक्षकों ने उनके चयन को नियम विरुद्ध बताया है। कहा कि हेमा तिवारी एसआरजी प्रशिक्षक हैं वह पुरस्कार के लिए पात्र नहीं हैं। यह राज्य पुरस्कार के नियम व शर्तों में दर्ज हैं। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर नियम विरुद्ध चयन पर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही पत्र भी भेजा है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए इस वर्ष सत्र 2021 के लिए आवेदन आमंत्रित किये गए थे। आरोप है कि चयन समिति ने पुरस्कार के लिए एसआरजी हेमा तिवारी को चुना है, जो पिछले 3 सालों से विद्यालय ही नहीं जा रही, जो स्कूल में अध्यापन कार्य न करके एसआरजी / प्रशिक्षक के रूप में सपोर्टिव सुपरविजन का काम कर रही है।

वहीं इस आरोप पर हेमा तिवारी ने कहा कि एसआरजी पद है प्रशिक्षक नहीं है। वह अपने विद्यालय के साथ दूसरों विद्यालयों को भी मॉडल बनाने के लिए अग्रसर करेगा। शिक्षक से साथ मुझ पर एसआरजी का दूसरा दायित्व है। आवेदन करते समय मैंने उसका उल्लेख किया है। उन्हें इसकी समझ नहीं है इसलिए शिकायत कर रहे हैं।