तीन साल से फरार चल रही थी, दोनों पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित हो रखा था
जोधपुर रेंज पुलिस ने रीट परीक्षा घोटाला 2021 की मुख्य सूत्रधार दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इनकों बड़े नाटकीय ढंग से पकड़ा गया। रेंज पुलिस की साइक्लोनर टीम ने “ऑपरेशन बैच वार्मर्स” अभियान चलाया और दोनों महिला अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इन पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित हो रखा था।
पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता परीक्षा में वांछित भंवरी व सगीता को पकड़ा गया है। भंवरी पत्नी हेमाराम को महाराष्ट्र के पुणे के वेटल इलाके से और संगीता पुत्री सुखराम को सांचौर से पकड़ा है। दोनों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रूपए का इनाम घोषित था तथा दोनों लगभग तीन साल से फरार चल रही थी। आईजी विकास कुमार के अनुसार 2021 में रीट परीक्षा में धांधली की मुख्य सूत्रधार होने
■ इस घोटाले के सूत्रधारों की कड़ी बहुचर्चित उपनिरीक्षक परीक्षा भर्ती घोटाले में भी जुड़े रहे हैं
■ वृन्दावन में पूजारिन बन स्वांग रचकर फरारी काट रही छम्मी विश्नोई भी इस प्रकरण की मुख्य सूत्रधार रही है
के कारण इन्हें गिरफ्तार किया गया है। इस घोटाले के सूत्रधारों की कड़ी बहुचर्चित उपनिरीक्षक परीक्षा भर्ती घोटाले में भी जुड़े रहे है। वृन्दावन में पूजारिन बनने का स्वांग रचकर फरारी काट रही छम्मी विश्नोई भी इस प्रकरण की मुख्य सूत्रधार रही है। साइक्लोनर टीम ने लगभग तीन महीने पहले ही 75 हजार की इनामी छम्मी विश्नोई को
वृन्दावन से गिरफ्तार किया था। का छम्मी विश्नोई से मिला दोनों सुराग पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि आरोपी छम्मी विश्नोई की गिरफ्तारी के बाद
गहन पूछताछ से संगीता और भंवरी के फरारी के ठिकानों के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग मिले थे। इस पर साईक्लोनर टीम ने “ऑपरेशन बैच वार्मर्स” चलाकर इनको पकड़ने की मुहिम छेड़ी। महत्वपूर्ण सुराग मिलने पर भंवरी की लोकेशन पुणे तथा संगीता की लोकेशन सांचौर इलाके में मिलने पर दो टीमें इनकी टोह लेने के लिए भेजी गई। पुणे गई टीम ने गली-गली छानकर पुणे के वेटल इलाके में भंवरी के ठिकाने की पड़ताल कर ली। बाद में किराये पर मकान लेने के नाम पर गायवाड नगर के ड्रीम होम अपार्टमेंट में किचेन डेकोर
चलाने वाले के यहां भंवरी की पहचान में सफलता मिली। फिर पुणे पुलिस की सहायता से दबिश देकर भंवरी को दस्तयाब किया गया। पुणे की अदालत से प्रोडक्शन वारंट लेकर साईक्लोनर टीम जोधपुर वापिस आई है।
संगीता पहले प्राइवेट बस फिर जीप में भागी: वहीं संगीता की तलाश में दूसरी टीम सांचौर के हर बाजार में ढूंढती घूमती रही। शातिर संगीता को पुलिस की भनक लग गयी और वह आनन-फानन में निजी बस में सवार होकर भाग निकली। साईक्लोनर टीम ने बस का पीछा करती रही। फिर वह टीम को चकमा देने के लिए रास्ते में उतरकर प्राइवेट जीप में सवार हो गई। विश्वसनीय मुखबिर तंत्र के माध्यम से रास्ते में सांचौर से गुडामालानी के मध्य मार्ग में उस साधन की पहचान एक जीप के रूप में हुई जिसमें उसके होने का अंदेशा गहरा
गया। टीम द्वारा रामजीकी गोल फांटा से गुड़ामालानी के मध्य मार्ग पर थाना गुड़ामालानी की टीम के संयुक्त अथक प्रयासों से संगीता को पकड़ा।
रेंज स्तरीय साईक्लोनर टीम के प्रभारी एसआई कन्हैयालाल के नेतृत्व एवं एसआई प्रमित चौहान, हैड कांस्टेबल गजराज सिंह, महेन्द्र कुमार, कांस्टेबल अशोक कुमार, राकेश कुमार, अशोक परिहार, मनीष कुमार शामिल रहे। पहली टीम का नेतृत्व एसआई देवाराम, नगाराम, देवाराम, किशोर स्ट्रॉग टीम एवं थाना गुड़ामालानी टीम की मुक्ता पारीक एवं जयकिशन एवं टीम, सांचोर की महिला कांस्टेबल निरभा की भूमिका उल्लेखनीय रही। वहीं द्वितीय टीम का नेतृत्व हैड कांस्टेबल महिपाल सिंह के साथ कांस्टेबल गोपाल जाणी, महिला कांस्टेबल किरण की भूमिका रही।