बस्ती। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए विभाग ने बड़ी पहल की है। अब फर्जी शिक्षक या तैनाती के बावजूद स्कूल न जाने वाले शिक्षकों की पहचान आसान होगी। निरीक्षण के समय एक ही नजर में शिक्षकों का ब्योरा दिख जाएगा। इसके लिए सभी प्राथमिक, जूनियर, कंपोजिट स्कूल और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में ‘हमारे शिक्षक’ बोर्ड लगाया जाएगा। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को स्कूल में कार्यरत शिक्षक की फोटो सहित जानकारी मिलेगी।
जिले में 2076 परिषदीय स्कूल हैं। जिनमें 1,430 प्राथमिक 324 उच्च प्राथमिक और 322 संविलियन स्कूलों के साथ 13 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में ‘हमारे शिक्षक’ बोर्ड लगाया जाएगा। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने बीएसए को निर्देश जारी किया है। निर्देश में कहा कि ‘हमारे शिक्षक’ बोर्ड स्कूल में ऐसी जगह लगाया जाए, जिसे स्कूल में प्रवेश करते ही देखा जा सके। शिक्षकों के स्थानांतरण, पदोन्नति व सेवानिवृत्ति के बाद इस बोर्ड को अपडेट किया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प योजना से संवारा जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने की तैयारी चल रही है। जिसे लेकर सभी शिक्षकों का बीआरसी पर प्रशिक्षण चल रहा है। अब परिषदीय स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों की योग्यता को सार्वजनिक किया जाएगा। स्कूलों को मिली कंपोजिट ग्रांट से पांच सौ रुपये खर्च करके स्कूल में एक बोर्ड लगाया जाएगा। ‘हमारे शिक्षक’ नामक बोर्ड पर कार्यरत सभी शिक्षकों के फोटोग्राफ व तैनाती की तिथि, शैक्षिक योग्यता व प्रशिक्षण योग्यता और मानव संपदा, आईडी का विवरण दर्ज रहेगा। यह बोर्ड स्कूल में प्रवेश करते समय दिखाई देगा। अगर कोई शिक्षक स्थानांतरण, पदोन्नति व सेवानिवृत्ति होता है तो इस बोर्ड को अपडेट किया जाएगा। एक बोर्ड पर अधिकतम छह शिक्षकों का विवरण अंकित किया जाएगा। छह से अधिक शिक्षक होने की स्थिति में दूसरा बोर्ड लगाया जाएगा।
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बीएसए डॉ. इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि शासन की ओर से पत्र आया है। सभी बीईओ को निर्देशित किया गया है। प्रधानाध्यापकों व वार्डनों की जिम्मेदारी होगी अगले 15 दिनों में यह बोर्ड सभी स्कूलों में लग जाए। विभागीय अधिकारियों, जिला स्तरीय टास्क फोर्स, ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स, अकादमिक रिसोर्स पर्संस की ओर से स्कूलों के निरीक्षण करते समय इस बोर्ड को दिखाना अनिवार्य होगा।