बीआरसी न जाने की जिद पर अड़े लिपिक, तीन माह से नहीं मिला वेतन

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फतेहपुर ब्लाक संसाधन केंद्रों में बैठने का आदेश परिषदीय स्कूलों के लिपिकों ने नहीं माना। लिपिक बीआरसी न जाने की जिद पर अड़े है। बीएसए बिना बीआरसी में कार्यभार ग्रहण किए वेतन देने के लिए तैयार नहीं। ऐसे में इन सभी लिपिकों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है।
बेसिक शिक्षा विभाग का पुराना कार्यालय जिला पंचायत कार्यालय में संचालित था। उप जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के नाम से कार्य इस कार्यालय में 13 लिपिक कार्यरत

है। यह कार्यालय 2010 में बंद हो चुका है। इसके बावजूद यहां कार्यरत लिपिक अभी तक कार्यालय में बैठ रहे हैं। इन लिपिकों को छह साल से ब्लाक संसाधन केंद्रों में बैठने के आदेश जारी किए जा रहे है, लेकिन लिपिकों ने आदेश नहीं माना बीएसए संजय कुमार कुशवाहा ने मार्च में एक बार फिर लिपिकों का ब्लाकों का आवंटन कर नया आदेश जारी किया, लेकिन अभी तक लिपिकों ने आदेश नहीं माना। ऐसे में एसए ने मई महीने से वेतन भुगतान पर रोक लगा रखी है। मई जान जारी किया। भीएसएस ने बताया कि शासन ने उप जिला बेसिक शिक्षाधिकारी पद समाप्त कर दिया है। ऐसे में यह काल भी बंद हो गया है। यहां पर कार्यरत सभी लिपिकों को ब्लाक संसाधन केंद्रों में बैठकर काम करने के निर्देश दिए गए है। जब तक यह ब्लाक संसाधन केंद्र में नहीं बैठेंगे वेतन भुगतान नहीं होगा ।