शिक्षामित्र शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को सौंपा मांग पत्र

Photo of author

शिक्षामित्र शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह के नेतृत्व में जा प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को मांग पत्र सौंप कर शिक्षामित्रों की समस्यायों का समाधान करने की मांग किया गया। मांग पत्र के द्वारा उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रो की समस्याओं के निराकरण के सम्बन्ध में मांग पत्र में कहा गया कि प्रार्थीगण (शिक्षामित्र) आर्थिक, सामाजिक व मानसिक समास्याओं से ग्रस्त है, अतः श्रीमान् जी से सादर को निवेदन है कि प्रार्थीगण के निम्न मांगों को संज्ञान में लेने की कृपा करें। समस्त टेट उत्तीर्ण शिक्षामित्र जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा जारी अध्यापक अर्हता को पूरी करते है उन्हें उत्तराखण्ड राज्य की भाँति सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया जाय क्योंकि दोनों राज्यों

शिक्षामित्रों की नियुक्ति एक ही शासनादेश पर हुई थी। शेष शिक्षामित्र जो स्नातक एवं बी.टी.सी. उत्तीर्ण है उन्हे नियमावली बनाकर प्रशिक्षित वेतनमान देते हुए स्थायी किया जाये। 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में सरकार द्वारा 21 मई 2018 को जारी 30-33 पासिंग मार्क के शासनादेश के परिपेक्ष्य में कोर्ट में चल रहे मुकदमें की सरकार द्वारा विशेष पैरवी की जाये व शेष 26000 रिक्त पदों को पूर्ण करने की कृपा की जाये। 69000 शिक्षक भर्ती में भरांक से वंचित शिक्षा मित्रों को भारांक प्रदान कर उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को नियुक्ति प्रदान किया। मृतक शिक्षामित्रों के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाये एवं उनके आश्रित को नौकरी दी जाये। किन्हीं कारणों से समायोजित शिक्षामित्र जो मूल विद्यालय नहीं जा
उन्हें मूल विद्यालय में समायोजन किया जाये एवं महिला शिक्षामित्रों को अपने पति के घर या ससुराल के नजदीक विद्यालय या उनके जनपद में समायोजन किया जाये। उक्त सभी समस्याओं पर सहानभूतिपूर्वक विचार करते हुये शिक्षामित्रों की जीविका के सम्बन्ध में स्थायी नीति निर्माण करने की कृपा करें। प्रदेश के लगभग 150000 शिक्षामित्र एवं उनके परिवार आपके आजीवन आभारी रहेंगे। उपरोक्त मांग पत्र शिक्षामित्र शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह, शिवेन्द्र प्रताप सिंह प्रदेश महामंत्री, संतोष कुमार भट्ट प्रदेश प्रभारी ने संयुक्त रूप से प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को सौंप कर शीघ्र शिक्षामित्रों के समस्याओं का समाधान करने की मांग की गई।