सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के 56वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे. इस कार्यक्रम में उन्होंने संस्थान के प्रति सरकार के विजन को बताते हुए कहा कि सरकार इस IIMC को एक विश्वस्तरीय मीडिया विश्वविद्यालय में बदलने की योजना बना रही है. उन्होंने इस उद्देश्य के लिए आईआईएमसी को सर्वोत्तम सुविधाओं और वैश्विक संस्थानों के साथ साझेदारी प्रदान करने की बात की.
आईआईएमसी के 56वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मीडिया उद्योग एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है. इस परिवर्तन के दौर में छात्रों के लिए नए अवसरों का सृजन हो रहा है. उन्होंने कहा कि पहले काम की संभावनाएं सीमित थीं लेकिन अब ऐसा नहीं है. आज अगर आप 400 छात्र हैं तो आप 400 नए चैनल या 400 नए उद्यम शुरू कर सकते हैं. अवसरों का दायरा इतना पहले की तुलना में बढ़ा है.
मंत्री ने छात्रों को बदलते परिवेश में ढलने और कॉलेज से बाहर निकलते ही सामने आने वाली बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि इस समय मीडिया उद्योग में कई नई संभावनाएं बन रही हैं जो छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर हैं. समारोह के दौरान, 2023-24 बैच के 400 से अधिक छात्रों को स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रमाण पत्र दिया गया. आईआईएमसी-नई दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों – ढेंकनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू के छात्र शामिल थे.
इस कार्यक्रम में 36 उत्कृष्ट छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए पदक और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह दीक्षांत समारोह आईआईएमसी के लिए खास था क्योंकि पिछले वर्ष इसे केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से मानद विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ था. यह आईआईएमसी का पहला दीक्षांत समारोह था जिसमें विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त होने के बाद छात्रों को डिप्लोमा प्रदान किया गया.