CBSE Class 10 Maths Exam Analysis 2025: कैसा था सीबीएसई दसवीं मैथ का पेपर, एक्सपर्ट से समझें

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड CBSE में दसवीं स्टैंडर्ड और बेसिक की परीक्षा संपन्न हो गई है. सोमवार को परीक्षा में गणित स्टैंडर्ड विषय कोर्ड 041 और गणित बेसिक विषय कोड 241 शामिल थे. सुबह साढ़े 10 बजे से 1:30 बजे तक आयोजित परीक्षा में गणित का पेपर मिला जुला रहा, ज्यादातर छात्रों ने पेपर को आसान बताया.

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं जो 18 मार्च को समाप्त होंगीं. 10 मार्च को दसवीं के छात्रों के लिए गणित की परीक्षा आयेाजित की गई थी. छात्रों और शिक्षकों के मुताबिक प्रश्नपत्र लंबा था, लेकिन कठिन नहीं था. ज्यादातर छात्रों ने समय से इसे पूरा न करने की शिकायत की. हालांकि कुछ छात्रों का ये भी मानना था कि प्रश्न पत्र में जो बहु विकल्पीय प्रश्न दिए गए थे वे सहायक रहे. आइए विशेषज्ञ से समझते हैं कि आखिर गणित का पेपर कैसा रहा.

CBSE कक्षा 10 गणित परीक्षा 2025 मुख्य बातें

  • बोर्ड: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE)
  • विषय: गणित (स्टैंडर्ड) विषय कोड 041, गणित (बेसिक) विषय कोड 241
  • परीक्षा तिथि: 10 मार्च 2025
  • परीक्षा समय: सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक
  • कठिनाई स्तर: मध्यम
  • कुल अंक: 100 (सिद्धांत 80 और आंतरिक मूल्यांकन 20)
  • आधिकारिक वेबसाइट: cbse.gov.in

कैसा रहा पेपर?

CBSE कक्षा 10 गणित परीक्षा में कुल 38 प्रश्न थे, जिनमें बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ), अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय और केस स्टडी आधारित प्रश्न शामिल थे. इनमें धारा A यानी बहुविकल्पीय प्रश्न आसान रहे. इसके अलावा धारा D में सरफेस एरिया के 3 प्रश्न आए जिनसे छात्रों को परेशानी हुई.

जिनकी तैयारी अच्छी थी उनका अच्छा गया पेपर

सीबीएसई 10वीं मैथ के पेपर ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल नोएडा की टीचर सुनीति शर्मा ने Tv9 के सहयोगी प्लेटफॉर्म News9 से बातचीत में बताया कि पेपर न कठिन था और न ही सरल. NCERT से कोई भी प्रश्न सीधे रूप में नहीं आया था. MCQ में अधिक मेहनत लगी, हालांकि ज्यादातार प्रश्नों की भाषा स्पष्ट और सटीक थी. उनके मुताबिक केस स्टडी पर आधारित प्रश्न अच्छी तरह बनाए गए थे, हालांकि उनके अधिक कल्पना की आवश्यकता थी. जिन छात्रों ने NCERT के पेपर को अच्छे से पढ़ा था और सैंपल पेपर हल किए थे वह समय से पेपर पूरा करने में सफल रहे. ज्यादातर छात्रों का मानना था कि 90 से अधिक अंक प्राप्त करने की उम्मीद थी, क्योंकि उन्होंने पर्याप्त अभ्यास किया था.