जो भारत में नहीं हुआ वो करने जा रहा ऑस्ट्रेलिया, 727 करोड़ से खुलने जा रहा पहला हिंदू स्कूल

ऑस्ट्रेलिया में वो होने जा रहा है जो अब तक भारत में भी नहीं हो सका. ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर ने देश में पहला हिंदू स्कूल बनाने का ऐलान किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म X पर पोस्ट में कहा है कि वह स्कूल के लिए 8.5 मिलियन डॉलर यानी 727 करोड़ रुपये की मदद भी देंगे. यह स्कूल ऑस्ट्रेलिया में हिंदू समुदाय के सपनों को सच करेगा. शिक्षा मंत्री ने बेघर ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए चलने वाले कर्मा किचन के लिए भी मदद का ऐलान किया.

हिंदू धर्म ऑस्ट्रेलिया में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म है. इसी को देखते हुए सिडनी के हैरिस पार्क में हाल ही हिंदू स्कूल में इसका ऐलान किया गया. यह ऑस्ट्रेलिया का वो इलाका है, जहां 45 प्रतिशत भारतीय ऑस्ट्रेलियाई हैं.माना जारहा है कि यह नया स्कूल माता पिता को ऐसे स्कूल का विकल्प देगा जिसमें आस्था और संस्कृति भी शामिल हो.

हजारों परिवारों को मिलेगा विकल्प

ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर ने कहा कि हिंदू स्कूल से ऐसे बच्चे तैयार हो सकेंगे जो सांस्कृतिक मूल्यों का सम्मान करते हों. सांसद एंड्रयू चार्लटन भी कार्यक्रम का हिस्सा बने. उन्होंने कहा कि इस स्कूल से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हजारों हिंदू परिवारों को बेहतर विकल्प मिलेगा. वह अपने बच्चों को ऐसे स्कूल में भेज सकेंगे जो उनकी सांस्कृतिक मूल्यों और धरोहर का सम्मान करता हो.

कैसा होगा स्कूल

हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट के मुताबिक यह स्कूल सिडनी के आकेविले में बनाया जाएगा. इसको संचालित करने का काम हिंदू शिक्षा और सांस्कृतिक केंद्र करेगा. यहां पर हिंदू धर्म की संस्कृति, परंपराओं और दर्शन के पाठ्यक्रमों पर जोर रहेगा. इसके अलावा यह न्यू साउथ वेल्स पाठ्यक्रम की शिक्षा भी देगा.

ऑस्ट्रेलिया का तीसरा बड़ा धर्म है हिंदू

ऑस्ट्रेलिया टुडे में 2024 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में तीसरा सबसे बड़ा धर्म हिंदू है. यहां तकरीबन 6 लाख 80 हजार हिंदू रहते .इसलिए यहां की राजनीतिक पार्टियों के लिए भी यह हिंदू आबादी प्रमुख है. माना जा रहा है कि इसीलिए अल्बानीज सरकार ने चुनाव को ध्यान में रखते हुए हिंदू स्कूल खोलने का ऐलान किया है और इतनी बड़ी मदद देने का वादा किया है. इससे पहले होली समारोह के दौरान पीएम एंथनी अल्बानी ने स्वामीनारायण हिंदू मंदिर में हिंदू स्कूल के बारे में पहली बार बात की थी.