जहां स्कूलों की फीस बढ़ने को लेकर हो रहा बवाल, वहां शिक्षा पर कितना खर्च करती है सरकार?

दिल्ली में पिछले कुछ सालों में प्राइवेट स्कूलों में हुई फीस की बढ़ोत्तरी को लेकर बवाल मचा हुआ है. कई अभिभावक स्कूलों की मनमानी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर दिल्ली में सरकार शिक्षा पर कितना खर्च करती है. जहां एक ओर प्राइवेट स्कूलों की फीस लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं दिल्ली सरकार के बजट में भी शिक्षा पर खर्च की बढ़ोत्तरी होती जा रही है.

दिल्ली सरकार ने भी प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोत्तरी पर नकेल कसने के लिए एक कमेटी गठित की है जो कि सरकार को रिपोर्ट पेश करेगी. इस रिपोर्ट में बढ़ोत्तरी के आंकड़े और जरूरत के आंकड़े शामिल किए जाएंगे ताकि फीस बढ़ोत्तरी की जरूरत को समझा जा सके और पैरेंट्स के हक में बड़े फैसले लिए जा सकें. शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा है कि वह जल्द ही जनता को बताएं कि फीस में कितनी बढ़ोत्तरी की गई है. एसडीएम के नेतृत्व में सभी स्कूलों का ऑडिट भी होगा. अगर किसी स्कूल ने गलत तरीके से फीस बढ़ाई है तो उनके खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी शिक्षा मंत्री ने दिया है.

बजट में 21% की हिस्सेदारी

जी हां, यह आंकड़ा किसी को भी चौंकाने में सक्षम है, क्योंकि दिल्ली में शिक्षा पर सरकार अच्छा-खासा अमाउंट खर्च करती है. दिल्ली के ओवरऑल बजट की बात करें तो इसमें 21% हिस्सेदारी शिक्षा विभाग की है. पूरे देश की बात करें तो शिक्षा पर कुल खर्च पिछले कुछ सालों में 12 प्रतिशत की दर से बढ़ा है. शिक्षा बजट का 73% दिल्ली सरकार 9वीं से 12वीं की पढ़ाई पर करती है. यह आंकड़ा कैग की रिपोर्ट के मुताबिक है.

क्या है ओवरऑल आंकड़ें

पूरे देश में शिक्षा पर हो रहे खर्च की बात करें तो कैग की रिपोर्ट के मुताबिक 2020-21 में सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण पर 14.8 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही थी. 2024-25 में केंद्र और राज्य सरकारों का यह खर्च बढ़कर 35.7 लाख करोड़ हो गया है. पूरे देश में 14.72 लाख स्कूल हैं जिनमें से 10.18 लाख स्कूल सरकारी हैं जबकि 4.54 लाख स्कूल प्राइवेट संचालित हो रहे हैं.