जेईई मेन 2025 की अप्रैल सत्र की परीक्षा में नौ प्रश्न सवालों के घेरे में है.एक्सपर्ट के मुताबिक अप्रैल में हुई फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ के नौ सवाल गलत थे. खास बात ये है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA ने प्रश्न पत्र देने से लेकर आंसर की जारी करने तक इसकी कोई जांच नहीं की. एक्सपर्ट का कहना है कि सवाल गलत हो सकते हैं, लेकिन उनकी जांच न करना बड़ा प्रश्न चिह्न लगाता है. यह पहली बार नहीं है जब किसी परीक्षा में सवाल गलत आए हों. इससे पहले CLAT, फिर NEET UG और उसके बाद UGC NET जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भी सवाल गलत आ चुके हैं.
इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए अप्रैल माह में जेईई मैन परीक्षा का आयोजन किया गया था. दावा किया गया है कि इनमें फिजिक्स के चार, केमेस्ट्री के तीन और गणित के दो सवालों में तथ्यात्मक त्रुटियां थीं.कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव केशव अग्रवाल के मुताबिक इन परीक्षाओं में पूछे गए नौ सवालों गलत थे, यह गलतियां इस तरह से थीं कि कहीं सवाल ही गलत था तो कहीं उसके जवाब के लिए दिए गए चारों ऑप्शन ही ठीक नहीं थे. अगर सब कुछ ठीक था तो सवाल गलत तरीके से पूछा गया था. उन्होंने फिजिक्स के एक सवाल का उदाहरण दिया जिसका उत्तर 2.5 था, लेकिन आंसर की में ये 25 बताया गया है. उन्होंने ये भी कहा कि परीक्षा में ऐसे सवाल भी पूछे गए थे जो असल में सिलेबस में ही नहीं थे.
JEE Mains से पहले इन परीक्षाओं में भी गलत पूछे गए सवाल
CLAT 2024: कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट का आयोजन लॉ यूनिवर्सिटी के संघ CNLU द्वारा किया जाता है. इसके प्रश्न पत्र में भी दो प्रश्न गलत आए थे. इनमें एक प्रश्न इंग्लिश लैंग्वेज सेक्शन का और दूसरा लीगल सेक्शन का था. बाद में इस गलती को माना गया और 120 अंक के प्रश्न पत्र से दो नंबर घटाकर इसे 118 अंक का किया गया. इसके अलावा लीगल सेक्शन से ही एक प्रश्न के उत्तर में दिए गए ऑप्शन को बदला या था.बाद में छात्रों को इस पर आपत्ति दर्ज करने का अवसर दिया गया, हालांकि एक प्रश्न पर आपत्ति दर्ज कराने की फीस तकरीबन एक हजार रुपये निर्धारित की गई थी. जो आपत्ति सही साबित होने पर लौटाने की बात कही गई थी.
UGC NET 2024:यूजीसी नेट 2024 जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में भी इतिहास विषय की आंसर की 60 से अधिक उत्तर गलत पाए गए थे, छात्रो ने इसे घोटाला करार दिया था और संशोधित उत्तर कुंजी की मांग की थी. अभ्यर्थियों को प्रत्येक प्रश्न पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 200 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया था.
NEET UG 2024: नेशनल एलिजिबिलटी कम इंट्रेस टेस्ट में भी प्रश्न गलत होने से बड़ी खामी सामने आई थी, जहां राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक एग्जाम सेंटर पर प्रश्न पत्र ही गलत बांट दिया गया था. इसके बाद 120 छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी पड़ी थी. इसके अलावा झज्जर हरियाणा में 3 हजार से ज्यादा छात्रों को बुकलेट्स ही गलत दी गईथी, इस कारण तकरीबन 15 से ज्यादा छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे.फिजिक्स के पेपर में एक गलत प्रश्न पूछे जाने के कारण 44 छात्र ऐसे थे, जिन्हें 720 में से पूरे 720 अंक मिले थे, जिससे मेरिट सूची में सवाल खड़े किए गए थे और परीक्षा रद्द किए जाने की मांग की गई थी.कोर्ट में काफी दिन तक ये मामला चला था.
JEE Mains 2025 : संयुक्त प्रवेश परीक्षा सत्र-1 का आयोजन जनवरी 2025 में कराया गया था. इस परीक्षा में भी 12 गलत सवाल पूछे गए थे, हालांकि आंसर की जारी करने से पहले ये गलती पकड़ ली गई थी और प्रश्नों के उत्तर आंसर की में नहीं दिए गए थे. उस दौरान भी ये आरोप लगाया गया था कि परीक्षा में सिलेबल से बाहर के प्रश्न पूछे गए थे. इसके अलावा प्रश्न पत्रों के हिंदी और गुजराती ट्रांसलेशन में भी कई कमियां पाईं गईं थीं.