बिहार का एक गांव आईआईटी फैक्ट्री के नाम से मशहूर है इसकी वजह है इस गांव से आज तक सैकड़ों इंजीनियर निकल चुके हैं. हर साल जेईई मेन्स के रिजल्ट आने के बाद इस गांव की ओर सभी का ध्यान जाता है कि आखिर यहां से कितने बच्चों ने देश के सबसे ज्यादा कठिन परीक्षाओं में से एक को क्लीयर किया है. इस साल इस गांव से 40 बच्चों ने जेईई मेन्स क्लीयर किया है. इस गांव का नाम है ‘पटवा टोली.’
बिहार के गया जिले में बुनकरों की बस्ती मौजूद है जिसमें पटवा टोली कहा जाता है. इस इलाके से 1991 के बाद से अभी तक सैकड़ों इंजीनियर निकल चुके हैं. जी हां, 19 अप्रैल को जेईई मेन्स के नतीजे घोषित किए गए हैं. जिन बच्चों ने जेईई मेन्स क्वालीफाइ किया है उन्हें गांव के लोगों ने इकट्ठा किया हौ जश्न मनाकर सभी का मुंह मीठा कराय है. इस गांव में पिछले करीब 25 साल में कई आईआईटीयन देश को दिए हैं.
कहां से हुई शुरुआत
पटवा टोली में सबसे पहले 1991 में जितेंद्र पटवा ने सबसे पहली बार आईआईटी क्रैक की थी. आईआईटी में एडमिशन पाने वाले वह गांव के पहले छात्र बने. उनकी इस उपलब्धि के बाद पूरे क्षेत्र के लोग उनके प्रेरित हुए और धीरे-धीरे करके पूरे गांव में इंजीनियरिंग का माहौल बन गया. अब इस गांव के ज्यादातर बच्चों को सपना ही एक सफल इंजीनियर बनने का है. हर साल इस गांव में कई स्टूडेंट्स जेईई में पास होते हैं. बताया जाता है कि इस गांव में लगभग हर घर में एक इंजीनियर मौजूद है.
वृक्ष नाम की संस्था का योगदान
इस गांव में शिक्षा की तस्वीर बदलने में एक एनजीओ का बड़ा योगदान है जिसका नाम है ‘वृक्ष’. 2013 में इस संस्था ने इस क्षेत्र के बच्चों को मुफ्त में आईआईटी के लिए तैयारी करवाने का काम शुरू किया. जिससे इस क्षेत्र के उन छात्रों को भी सपना देखने का अधिकार मिल गया जो महंगी फीस अफोर्ड नहीं कर सकते.
इस साल जिन छात्रों ने जेईई मेन्स क्वालीफाई किया है उनमें से कुछ के नाम हैं- शरण्या – 99.64 पर्सेंटाइल, आलोक – 97.7, शौर्य – 97.53, यश राज – 97.38, शुभम – 96.7, प्रतीक – 96.35, केतन – 96.00, निवास – 95.7, गौरिका यादव – 95.1, सागर – 94.8, अस्मिता – 91.82 पर्सेंटाइल आए हैं. इनके अलावा निरुपम – 91.02, अभिराज – 91.01, मनीष – 91.37, नंदनी – 2-90.8, कशिश – 90.8, अंजली – 90.66, सानिया – 90.4, श्रेया – 89.92, अमन – 89. अभिनव – 88.89, शशिकांत – 87.7, आकाश – 87.6, अर्शियन – 87.37, नैंसी – 87.2, मंत राज – 87, नेहा – 83.95 और भरत – 80.45 पर्सेंटाइल अंक हासिल किए हैं.