संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी ने सिविल सर्विसेस एग्जाम का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. 2024 में जिन कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया था आखिरकार उनका इंतजार खत्म हो गया है. मध्य प्रदेश से कई होनहारों का इस बार सिलेक्शन हुआ है. सिविल सेवा परीक्षा 2024 में मध्य प्रदेश के भोपाल के क्षितिज शर्मा ने अपने दूसरे अटेंप्ट में 58वां स्थान हासिल किया है वहीं बालाघाट के फरखंदा कुरैशी ने 67वीं रैंक हासिल की है. इनके अलावा गुना के मानव मोदी ने 388वीं और खंडवा की रुपल जायसवाल ने 512वीं रैंक हासिल की है. गुना की देवांगी मीणा ने 764वीं रैंक हासिल की है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सफल हुए अभ्यर्थियों से बात की और उनकी उपलब्धि पर बधाईयां दी हैं. इतना ही नहीं अभ्यर्थियों से सीएम यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समाज और राष्ट्र के विकास में सार्थक योगदान देने की बात कही है.
भोपाल के क्षितिज शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया है और कहा कि वह रोजगार पैदा करने के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं. बता दें कि क्षितिज शर्मा 2023 में भारतीय राजस्व सेवा यानी आईआरएस के लिए चुना जा चुके थे. उनका लक्ष्य है कि वह युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिलाने वाले काम कर सकें.
आईएएस के लिए करेंगे प्रयास
गुना के मानव मोदी ने देश के सबसे कठिन एग्जाम में 388वीं रैंक हासिल की है. गुना के मानव मोदी आईपीएस में शामिल होने की इच्छा रखते हैं. हालांकि मानव ने कहा कि वह भविष्य में भी यूपीएससी में ट्राई करते रहेंगे और आईएएस के लक्ष्य के लिए मेहनत करेंगे. मानव ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की है. मानव में स्वतंत्र रूप से तैयारी की है. उन्होंने अपनी सफलता को अपने परिजनों को समर्पित किया है.
कुंभराज निवासी देवांगी मीणा ने बताया कि उन्होंने पहली बार ही मेन्स एग्जाम दिया और इंटरव्यू तक पहुंच गईं और आखिर में उनका सिलेक्शन हो गया. वह रोजाना करीब 8 घंटे पढ़ाई करती थीं. देवांगी मीणा के पिता लीलाधर मीणा नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड में काम करती हैं और उनकी मांग गृहिणी हैं. देवांगी से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बात की और बधाई देने के बाद उन्हें दिल्ली आने का मौका दिया है.