नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की अग्निपरीक्षा का वक्त आ गया है. NEET (UG) 2025 की आगामी परीक्षा देशभर में 5500 से भी अधिक सेंटरों पर 4 मई को होनी है. इसको लेकर शिक्षा मंत्रालय में मैराथन बैठकों का दौर जारी है. इस बैठक में केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के साथ साथ केन्द्रीय गृह मंत्रलाय के अधिकारी भी शामिल हैं. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछली बार इस एग्जाम में पेपर लीक जैसे मामले सामने आए थे.
इसे मजह संयोग कहें या कुछ, बिहार में पिछली बार के NEET (UG) परीक्षा का मास्टर माइंड संजीव मुखिया बिहार में पकड़ा गया है. संजीव मुखिया से बड़े स्तर पर पूछताछ की जा रही है. संजीव मुखिया से मिली जानकारी के आधार पर भी NEET (UG) की परीक्षा को फूल प्रूफ बनाया जा रहा है. उससे यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वह कौन कौन सा लेवल है जहां से पेपर लीक की थोड़ी जी भी गुंजाइश हो सकती है. संजीव मुखिया से मिली जानकारी को केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ शेयर कर रहे हैं.
हर स्तर के अधिकारी हो रहे शामिल
टीवी9 भारतवर्ष को मिली जानकारी के मुताबिक इस बार की परीक्षा को लेकर सरकार बहुत मुस्तैद है और किसी भी स्तर पर चूक की गुंजाइश छोड़ने के मूड में नहीं है. हर स्तर पर अधिकारियों से चर्चा की जा रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को भी इस बैठक में शामिल किया जा रहा है. जिससे कि आधिकारियों के लेवल पर पूरी तरह से समन्वय बनाया जा सके.
सचिव स्तर के अधिकारी कर रहे मॉनिटरिंग
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उच्च शिक्षा विभाग के सचिव खुद इस मामले को देख रहे हैं. NEET (UG) 2025 की परीक्षा में सुरक्षा को प्राथमिकता के आधार पर रखा गया है. इसके साथ ही प्रश्नपत्र की गोपनियता के स्तर पर भी किसी भी तरह के कोताही नहीं बरतने के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
कुछ राज्यों पर विशेष नजर
पिछले साल के NEET (UG) की परीक्षा के दौरान जिन राज्यों में सबसे ज्यादा धांधली की शिकायतें मिली थी वहां पर इस बार मंत्रालय विशेष नजर रखे हुए है. इनमें बिहार, झारखंड, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक जैसे राज्य शामिल हैं.
परीक्षा सेंटर पर लागू हो सुरक्षित प्रोटोकॉल
पिछले साल परीक्षा के दौरान यह भी पाया गया था कि कई परीक्षा केन्दों पर सही तरीके से प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. इस बार ड्यूटी मजिस्ट्रेटों की तैनाती को सभी परीक्षा केन्द्रों पर अनिवार्य कर दिया गया है. इसके साथ ही जिले के आला अधिकारियों को भी स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए गए हैं कि वह स्वंय भी परीक्षा केन्द्रों का दौरा करें.