विदेश में पढ़ना हुआ आसान! इंटरनेशनल स्टडी प्रोग्राम से छात्रों के सपनों को पूरा कर रही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी

विदेश में किसी प्रतिष्ठित इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में पढ़ना लगभग हर छात्र का सपना होता है, लेकिन अक्सर संसाधनों की कमी, उचित मार्गदर्शन या विश्वसनीयता की कमी के कारण कई छात्रों का यह सपना अक्सर अधूरा रह जाता है. हाल ही में अमेरिका द्वारा बड़ी संख्या में लोगों को डिपोर्ट किये जाने की वजह से भी भारतीय छात्रों के मन में विदेश में शिक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. हालांकि विदेशी यूनिवर्सिटियों में पढ़ने के अवसर कम होने की धारणाओं के विपरीत, सच्चाई यह है कि वैश्विक शिक्षा के दरवाजे अभी भी खुले हैं.

भारत की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने इंटरनेशनल स्टडी प्रोग्राम के माध्यम से 2,000 से अधिक छात्रों को कानूनी, सुरक्षित और किफायती तरीके से प्रतिष्ठित ग्लोबल यूनिवर्सिटियों में पढ़ने के लिए भेजकर उनके सपनों को पूरा किया है.

छात्रों को 73 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर के सलाहकार प्रोफेसर डॉ. आरएस बावा गुरुवार को पंजाब के संगरूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इन छात्रों को 73 करोड़ रुपए (12 करोड़ रुपए वजीफा सहित) की छात्रवृति (स्कॉलरशिप) मिली है और उनमें से एक छात्र को सबसे अधिक 1.28 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दी गई है.

प्रोफेसर बावा ने कहा कि छात्रों को ग्लोबल शैक्षणिक और रिसर्च अनुभव प्रदान करना चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रमुख प्राथमिकता है. इसी उद्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 550 अंतर्राष्ट्रीय सहयोग स्थापित किए हैं. जिसकी वजह से अब तक 2000 से अधिक छात्रों को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके सहित विभिन्न देशों की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों में सेमेस्टर एक्सचेंज, इंटर्नशिप और अन्य कार्यक्रमों माध्यम से पढ़ने अवसर मिला है.

सीयू में 1300 से अधिक इंटरनेशनल विजिटिंग फैकल्टी और 560 रिसर्च नेटवर्क स्कॉलर हैं, वहीं 65 देशों से 3,000 से अधिक विदेशी छात्र यहां पढ़ रहे हैं. इसके अलावा, 310 छात्रों ने फ्लोरिडा स्थित वॉल्ट डिज्नी बर्ल्ड में इंटर्नशिप व कल्चरल एक्सपोज कार्यक्रमों में भाग लिया है.

मल्टीनेशनल कंपनियों का पसंदीदा कैंपस

शैक्षणिक सत्र 2024-25 की प्लेसमेंट जानकारी साझा करते हुए डॉ. बावा ने कहा, बेहतरीन प्लेसमेंट रिकॉर्ड के चलते चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांड्स व मल्टीनेशनल कंपनियों का पसंदीदा स्थान बन गई है. इस साल 904 कंपनियों ने प्लेसमेंट ड्राइव में भाग लिया और छात्रों की विभिन्न धाराओं में कुल 9124 जॉब ऑफर्स दिए. एक छात्र की 1.74 करोड़ रुपए का हाईएस्ट इंटरनेशनल पैकेज मिला, जबकि घरेलू स्तर पर हाईएस्ट पैकेज 54.75 लाख रुपए रहा. 31 कंपनियों ने 20 लाख रुपए या उससे अधिक और 62 कंपनियों ने 15 लाख रुपए से अधिक के पैकेज ऑफर किए, जिससे छात्रों को अपने सपनों की नौकरी पाने अवसर मिला.

नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांडों से 897 जॉब ऑफर

डॉ. बावा ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे 757 छात्रों को प्रमुख नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांडों से 897 जॉब ऑफर मिले हैं. इनमें से पंजाब के मालवा क्षेत्र के 312 को टॉप कंपनियों में नौकरी के प्रस्ताव मिले हैं जबकि संगरूर के 15 छात्रों को प्रमुख फर्मों से 18 नौकरी के प्रस्ताव मिले हैं. संगरूर निवासी अमन बोदर जिन्होंने चंडीगढ़ इनिवर्सिटी में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से बीटेक कप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. उनको टेक महिंद्रा से जॉब ऑफर मिला है.

इसी तरह यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए पूरा करने वाली धुरी, संगरूर निवासी इशिका बंसल की आईवैल्यूप्लस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से नौकरी का प्रस्ताव मिला है. संगरूर निवासी गिमी बंसल, जिन्होंने एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एआईटी), चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बैंकिंग और फाइनेंशियल इंजीनियरिंग में एमबीए किया है, उनको कॉलेज देखो डॉट कॉम कंपनी से जॉब ऑफर मिला है.

भारतीय सेना में अधिकारी बनने का सपना पूरा

सीयू-पेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एआईटी), चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (सीएसई) आईबीएम-बिग डेटा एनालिटिक्स पूरा करने वाले मलेरकोटला निवासी राघव को टेक महिंद्रा से जॉब ऑफर मिला. डॉ. बावा ने कहा, इसके अलावा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एनसीसी विंग ने देश सेवा के इच्छुक छात्रों की आकांक्षाओं को पूरा किया है. सीयू के एनसीसी विंग में प्रशिक्षित 43 कैडेटों को भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों विंगों में अधिकारी के रूप में नियुक्ती मिली है.

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में नंबर-1

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ग्लोबल रैंकिंग में लगातार प्रगति पर जानकारी साझा करते हुए प्रो. बावा ने कहा कि उद्योग के लिए कुशल और प्रतिभाशाली कार्यबल तैयार करने की प्रतिबद्धता के चलते सीयू ने घरेलू और ग्लोबल शिक्षा जगत में उल्लेखनीय ऊंचाइयों को छू रही है, जिसका प्रमाण हाल ही में क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग बाय सब्जेक्ट 2025 और अन्य वार्षिक रैंकिंग्स है. अपनी स्थापना के सिर्फ 12 वर्षों में सीयू ने खुद को एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित किया है.

क्यूएस एसिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में इसे भारत की नंबर वन प्राइवेट यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है. क्यूएस वार्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में, जिसमें 104 विदेशी स्थानों पर 1,500 संस्थानों में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी शामिल थी, जिनमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने शानदार प्रदर्शन किया है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में भारत के शीर्ष 20 यूनिवर्सिटियों में भी स्थान दिया गया है.

आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे छात्र

डॉ. बावा ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेस टेस्ट (CUCET) 2025 हर साल हजारों छात्रों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है. 2012 में मोहाली कैंपस की स्थापना के बाद से भारत के 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों औक कई विदेशों छात्रों सहित 1.30 लाख से अधिक छात्रों ने छात्रवृति का लाभ उठाया है. 2023-24 शैक्षणिक सत्र में पंजाब के 10,800 छात्रों में से 2192 को छात्रवृति मिली, जिनमें 54 छात्रों को 100% छात्रवृति प्रदान की गई हैं.

स्कॉलरशिप के लिए कैसे करें आवेदन?

प्रोफेसर ने कहा कि CUCET चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की एक अग्रणी पहल है, जो मेधावी छात्रों को चंडीगढ़ कैंपस में 100% स्कॉलरशिप हासिल करने का अवसर प्रदान कर आर्थिक सहायता देती है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी स्कॉलरशिप के लिए कुल 210 करोड़ रुपए का बजट हर साल आवंटित करती है. जिसमें 170 करोड़ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली और 40 करोड़ रुपए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैंपस के लिए शामिल हैं. इच्छुक छात्र चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की वेबसाइट https://www.cuchd.in/scholarship/ पर जाकर आसानी से आवेदन कर सकते हैं.

डॉ. बावा ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी रिसर्च और इनोवेशन में उल्लेखनीय कार्य कर रही है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पास 14,700 से अधिक शोध प्रकाशन है. यूनिवर्सिटी छात्रों और फैकल्टी सदस्यों द्वारा विभिन्न डोमेन में 4,300 से अधिक पेटेंट दायर किए हैं, जिनमें 430 पेटेंट्स पंजाब के छात्रों के है.

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 625 इन-हाउस पेटेंट दावा किया है, जबकि 1,416 पेटेंट एननोबल आईपी के सहयोग से दायर किए गए हैं. इसके अलावा, यूनिवर्सिटी के साल 2024 में ही 128 ग्रांटेड पेटेंट आवंटित किया है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (सीयू-टीबीआई) के तहत छात्रों द्वारा 150 से अधिक सफल स्टार्ट-अप लॉन्च किए गए, जिनमें 34 पंजाब के छात्रों के हैं.

युवाओं को मिल रहा इंडस्ट्री ओरिएंटेड भविष्य

सीयू के इंडस्ट्री एकेडमी इंटरफेस के बारे में जानकारी साझा करते हुए, प्रोफेसर डॉ. आरएस बाबा ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का इंडस्ट्री अलाइंड एकेडमी न केवल युवाओं को इंडस्ट्री ओरिएंटेड भविष्य के शैक्षणिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रदान कर बढ़ावा देती है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में 30 से अधिक इंडस्ट्री स्पॉन्सर्ड एंड रिसर्च लेबोरेटरीज और माइक्रोसॉफ्ट सिस्को, हुंडई, टेक महिंया, कैपजेमिनी और आईबीएम जैसे प्रमुख बहुराष्ट्रीय निगमों द्वारा स्थापित 32 केंद्र भी हैं.

इंजीनियरिंग छात्रों के लिए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने माइक्रोसॉफ्ट इनोवेशन सेंटर, गूगल एंड्रॉइड लैब, क्लाउन कंप्यूटिंग लैब, ओरेकल एकेडमी, टेक महिंदा, आईएमएस एकेडमी, यूनिसिस इनोवेशन लैब, ईएमसी अकादमिक एलायंस, माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल टेक्निकल सपोर्ट सेंटर, रेड हैट एकेडमी लैब, एसएपी नेक्स्ट जेन लैब, इन्फॉर बैंक और माइक्रोसॉफ्ट एज्योर एलएएएस (लर्निंग एज ए सर्विस) प्लेटफॉर्म, बीओटी लैब, बॉश ब्रिज सेंटर और सिस्को नेटवर्किंग लैब, शीर्ष दिग्गजों के साथ सहयोग किया है. जो छात्रों को उच्च तकनीक प्रयोगशालाओं के साथ प्रैक्टिकल प्रशिक्षण प्रदान करते हैं.

कंप्यूटर साइंस में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग प्रोग्राम

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने वर्चुसा के सहयोग से क्लाउड कंप्यूटिंग में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर साइंस में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करती है, जो इसे भारत में सर्वाधिक मांग वाले सीएसई-सीसी कार्यक्रमों में से एक बनाता है. सीयू में कोफोर्ज के साथ सहयोग किया है.

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उभरते क्षेत्र जैसे, एआई, ब्लॉकचेन, बिग डेटा, एनालिटिक्स और फिनटेक, मशीन टर्निंग, वर्चुअल रियलिटी, आईओटी, बायोइनफॉरमैटिक्स, सूचना और नेटवर्क सुरक्षा, ग्रिड कंप्यूटिंग, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग, ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग, निर्माण प्रौद्योगिकी, पर्यावरण इंजीनियरिंग, जीआईएस जनसंसाधन इंजीनियरिंग आदि में अकादमिक कार्यक्रम प्रदान कराती है. जिन्हें विशेष रूप से उद्योग के दिग्गजों द्वारा डिजाइन किया गया है.

टॉप 5% यूनिवर्सिटियों में शामिल

उन्होंने आगे कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) रेटिंग दी गई है, जिससे यह NAAC प्राप्त करने वाली भारत के शीर्ष 5% यूनिवर्सिटियों में शामिल हो गई है. सीयू को अमेरिका स्थित इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी प्रत्यायन बोर्ड (ABET) से भी मान्यता प्राप्त है. जिससे यह मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कार्यक्रमों वाले शीर्ष 0.1% भारतीय यूनिवर्सिटियों में शामिल हो गई है. इसे राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NBA) द्वारा भी मान्यता प्राप्त है.

खेलों को भी बढ़ावा दे रही सीयू

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2024 में सर्वाधिक 71 पदक के साथ-साथ 2024 की प्रतिष्ठित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (MAKA) ट्रॉफी जीतने वाली पहली निजी यूनिवर्सिटी बनी. यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों में 2023-24 से 125 राष्ट्रीय और 68 अंतर्राष्ट्रीय पदकों सहित कई पदक जीते हैं. जिनमें से 104 खिलाड़ी पंजाब से हैं, जिनमें मालवा क्षेत्र के कई एथलीट भी शामिल हैं. यूनिवर्सिटी ने खिलाड़ियों लिए 3.84 करोड़ की मेजर ध्यानचंद छात्रवृत्ति सहित 8.5 करोड़ रुपए वार्षिक बजट आवंटित किया है, जो खिलाड़ियों को विभिन्न सुविधाएं निःशुल्क प्रदान करती है. 562 लड़कियों सहित 1183 छात्र इस छात्रवृति का लाभ उठा रहे हैं.

अंतर्राष्ट्रीय लेवल के खिलाड़ियों को किया तैयार

डॉ. बावा ने बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों को तैयार किया है, जिन्होंने न केवल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. बल्कि भारत को गौरवान्वित भी किया है. 2024 में ICC T20 विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी अर्शदीप सिंह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. इसी तरह, अर्जुन पुरस्कार विजेता पवन शेरावत भी भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान हैं और भारतीय हॉकी खिलाड़ी संजय, जो पेरिस ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे तथा उन कई अन्य खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं, जिन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की है.