यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हापुड़ जिले में एक निजी विश्वविद्यालय में छापेमारी कर बड़ी संख्या में फर्जी अंकपत्र और डिग्रियां बरामद कीं हैं. पुलिस के अनुसार, एसटीएफ टीम ने महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर और अन्य सामान जब्त कर विश्वविद्यालय के चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है.
मामला पिलखुवा स्थित मोनाड विश्वविद्यालय का है, यहां एसटीएफ टीम ने पहुंचकर कंप्यूटर और दस्तावेज जब्त कर लिये और संस्थान के मालिक और कर्मचारियों से पूछताछ की. मामले की जांच अभी भी चल रही है. फिलहाल ये पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि विवि में इतनी बड़ी संख्या में फर्जी अंकपत्र और डिग्रियां कहां से आईं.
शिकायत पर की गई छापेमारी
बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में पढ़ चुके छात्रों ने पीएचडी और अन्य डिग्रियां न दिए जाने की भी शिकायत की है.टीम ने यहां तकरीबन पांच घंटे तक जांच की.एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अमिताभ यश ने बताया, एक शिकायत की जांच के क्रम में एसटीएफ लखनऊ मुख्यालय टीम ने हापुड़ स्थित मोनाड विश्वविद्यालय में कार्रवाई की, जिसमें बड़ी संख्या में फर्जी अंकपत्र, डिग्री आदि बरामद की गई. करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के चेयरमैन और मुख्य आरोपी विजेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हैं.
काफी दिनों से मिल रही शिकायत, कई हिरासत में
बताया जाता है कि निजी विवि की पिछले काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी. जो छात्र यहां पढ़ चुके हैं वे लगातार यहां पीएचडी और अन्य डिग्रियां न दिए जाने की शिकायत कर रहे थे. इन्हीं शिकायतों पर एसटीएफ ने विवि में छापेमारी की थी. यहां टीम को जांच में कई अंक पत्र और फर्जी डिग्रियां मिलने की बात कही गई है.पुलिस के मुताबिक, हिरासत में लिए गए लोगों में विश्वविद्यालय के चेयरमैन विजेंद्र सिंह हुड्डा, कर्मचारी कमल बत्रा, इमरान, गौरव, मुकेश ठाकुर, एनके सिंघल, विपुल चौधरी, अभिषेक पांडे शामिल हैं.