संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी (UPSC) 25 मई यानी आज सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2025 आयोजित करेगा, जिसके लिए देशभर में कुल 80 एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं. इस परीक्षा में 9 लाख से अधिक कैंडिडेट्स के शामिल होने की उम्मीद है. यूपीएससी ने सीएसई प्रारंभिक परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड पहले ही जारी कर दिए थे, जो अभी भी वेबसाइट upsc.gov.in और upsconline.gov.in पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है. अगर किसी कैंडिडेट ने अब तक अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं किया है तो वो जल्दी से कर ले, वरना वो परीक्षा देने से चूक सकता है.
अभ्यर्थी परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले तक एग्जाम हॉल में प्रवेश कर सकते हैं (पहले सेशन के लिए सुबह 9 बजे तक और दोपहर के सेशन के लिए दोपहर 2 बजे तक). सेंटर का गेट बंद होने के बाद किसी भी अभ्यर्थी को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
परीक्षा में क्या ले जा सकते हैं?
- कैंडिडेट्स को एग्जाम सेंटर पर अपने एडमिट कार्ड का प्रिंटआउट दिखाना होगा, वरना उन्हें परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा उम्मीदवारों को अपना एक फोटो पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) भी साथ लाना होगा, जिसका नंबर एडमिट कार्ड में लिखा होगा.
- अगर एडमिट कार्ड पर कैंडिडेट की फोटो स्पष्ट नहीं है या फोटो पर नाम और तारीख नहीं है, तो उम्मीदवार अपना एक फोटो पहचान पत्र और दो पासपोर्ट साइज फोटो (फोटो पर नाम और तारीख सहित), प्रत्येक सेशन के लिए एक और एक वचन-पत्र साथ लाएं.
- एग्जाम सेंटर के अंदर सिर्फ ई-प्रवेश पत्र का प्रिंट, पेन, पेंसिल, पहचान प्रमाण, फोटो (अगर लागू हो) और काला बॉल पेन आदि ही ले जाने की अनुमति है.
- सामान्य या साधारण कलाई घड़ियों के उपयोग की अनुमति है.
क्या नहीं ले जा सकते?
- बैग, बैगेज, लगेज, कीमती सामान/महंगे सामान, मोबाइल फोन, स्मार्ट/डिजिटल घड़ियां, अन्य आईटी गैजेट, किताबें आदि एग्जाम सेंटर के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है. ये प्रतिबंधित सामान न लाएं, क्योंकि सेंटर पर्यवेक्षक इन वस्तुओं को रखने की कोई व्यवस्था नहीं करेंगे.
- मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक/कम्यूनिकेशन डिवाइस या कोई अन्य आपत्तिजनक आइटम (ई-प्रवेश पत्र, कागज, रबड़ आदि पर नोट्स) रखना, उनका उपयोग करना या किसी निर्देश का उल्लंघन करना अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण बनेगा. इससे कैंडिडेट की उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है और उम्मीदवार के खिलाफ एफआईआर/पुलिस शिकायत भी दर्ज हो सकती है. इसके अलावा कैंडिडेट को यूपीएससी परीक्षा से प्रतिबंधित भी किया जा सकता है.
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