बेसिक स्कूलों के छात्र जानेंगे अंतरिक्ष के रहस्य, ISRO में करेंगे ये काम

उत्तर प्रदेश में बेसिक स्कूलों के बच्चों को अब अंतरिक्ष विज्ञान से अवगत कराया जाएगा. इसके लिए छात्रों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के केंद्रों का शैक्षिक भ्रमण कराया जा रहा है. इस पहल का उद्देश्य बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान की जानकारी देना और उनके भीतर वैज्ञानिक सोच व तकनीकी समझ को बढ़ावा देना है. पहले चरण की सफलता के बाद अब इस योजना को विस्तार दिया जा रहा है.

पहले चरण में अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी, स्पेस एप्लिकेशन सेंटर और इसरो केंद्र का दौरा मऊ जिले के छात्रों ने किया. वहां बच्चों ने रॉकेट तकनीक, उपग्रह प्रक्षेपण और गगनयान मिशन जैसी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रक्रियाओं को प्रत्यक्ष रूप से देखा और जाना. इससे उनकी जिज्ञासाएं शांत हुईं और विज्ञान के प्रति रुचि भी बढ़ी.

बच्चों को विज्ञान की दुनिया से जोड़ने का तरीका

शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की शैक्षिक यात्राएं बच्चों को विज्ञान की दुनिया से जोड़ने का अच्छा माध्यम हैं. पहले चरण की सफलता को देखते हुए इस योजना को प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा. इसरो के वैज्ञानिकों ने बच्चों को बताया कि रॉकेट साइंस कोई रहस्य नहीं है, बल्कि समझने और सीखने की चीज है. इस पहल का उद्देश्य यह है कि गांव के बच्चे भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित कर सकें और आगे चलकर देश की प्रगति में योगदान दें.

क्या होगा बच्चों को फायदा

  • बच्चे अंतरिक्ष से जुड़ी चीजों को प्रत्यक्ष देखकर विज्ञान में अधिक रुचि लेने लगेंगे. इससे उनमें कारण समझने की प्रवृत्ति विकसित होगी.
  • किताबों में पढ़ी हुई चीजें जब वे अपनी आंखों से देखेंगे तो उन्हें बेहतर समझ आएगी, इसरो जैसे उच्च तकनीकी संस्थानों का दौरा उन्हें वास्तविक दुनिया से जोड़ेगी.
  • बच्चे अंतरिक्ष, रॉकेट विज्ञान और अनुसंधान जैसे क्षेत्रों के बारे में जानकर भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर या अनुसंधानकर्ता बनने की प्रेरणा ले सकते हैं.
  • अंतरिक्ष मिशनों और तकनीकों को देखकर बच्चे कुछ नया सोचने, अविष्कार करने और समस्याओं का समाधान खोजने की दिशा में प्रेरित होंगे.

ये भी पढ़े –DU में एडमिशन को लेकर है मन में सवाल तो Tv9 के वेबिनार में मिलेगा जवाब, बस करना होगा ये काम