विदेश से करना है MBBS तो चेक करें कॉलेज का FMGL, नहीं तो बेकार हो जाएगी डिग्री, NMC ने जारी की गाइडलाइन

विदेश से MBBS करना मेडिकल की पढ़ाई करने की ख्वाहिश रखने वाले हर छात्र की चाहत होती है, मगर कई बार छात्र विदेशी संस्थानों के भंवरजाल में फंसकर अपना करियर तो चौपट करते ही हैं, आर्थिक रूप से भी नुकसान उठाते हैं. ऐसे छात्रों के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन ने गाइडलाइन जारी की है. इसमें कहा गया है कि अगर कोई छात्र विदेश से एमबीबीएस करने की तैयारी में है तो उसे पहले ये जान लेना चाहिए कि संबंधित संस्थान के पास FMGL है या नहीं.

FMGL यानी Foreign Medical Graduate Licentiate विनियम, 2021 के तहत मेडिकल की पढ़ाई कराने वालों के लिए कुछ नियम तय किए गए हैं. अगर कोई छात्र FMGL की मान्यता के बिना किसी कॉलेज से पढ़ाई करता है तो वह भारत लौटने पर FMGE (Foreign Medical Graduate Exam) की परीक्षा नहीं दे पाएगा. NMC की ओर से जारी की गई गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि छात्र ऐसे कॉलेजों से भी सावधान रहें जो फर्जी मान्यता दिखाकर एडमिशन ले रहे हैं. इससे बच्चों का भविष्य संकट में है.

क्या है FMGL, इसमें क्या नियम हैं.

FMGL यानी Foreign Medical Graduate Licentiate एक नियम है, इसी नियम में ये बताया गया है कि विदेश में पढ़ाई करने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. भारत में डॉक्टरी का लाइसेंस लेने के लिए इसकी शर्तों को पूरा करना बेहद जरूरी है.

1- छात्र को कम से कम साढ़े 4 साल की पढ़ाई एक ही कॉलेज में करनी चाहिए.
2- जिस संस्थान से MBBS की पढ़ाई की है, उसी में 12 महीने की इंटर्नशिप करनी होगी.
3- क्लीनिकल ट्रेनिंग अलग-अलग देशों का कॉलेजों में नहीं हो.
4- पढ़ाई का माध्यम इंग्लिश होना चाहिए.
5- कोर्स के दौरान शेड्यूल-1 में दिए गए सभी जरूरी विषय पढ़ें हों.
6- कॉलेज ऐसा होना चाहिए, जिसकी डिग्री आपको संबंधित देश में भी डॉक्टर बनने का अधिकार देती हो.
7- भारत लौटने के बाद 12 महीने की सुपरवाइज्ड इंटर्नशिप करनी होगी.

कॉलेज फर्जी है या नहीं, ऐसे करें चेक

  • अभ्यर्थी को कॉलेज की मान्यता के बारे में चेक करने के लिए NMC की वेबसाइट पर जाना होगा.
  • अगर किसी भी कॉलेज की मान्यता को लेकर कंफ्यूजन है तो NMC से कॉन्टेक्ट भी कर सकते हैं.
  • NMC ने हिदायत दी है कि कॉलेज किसी को भी डायरेक्ट एडमिशन नहीं दे सकता है.
  • अगर किसी विज्ञापन में ऐसा दावा किया जा रहा है तो NMC से शिकायत करें