Who is Lt Gen Sadhna Saxena Nair: भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है. अभी बीते दिनों NDA की 148वीं पास परेड में लड़कियों का पहला बैच पास आउट हुआ था, जिससे 17 महिला ऑफिसर देश को मिली हैं, लेकिन भारतीय सेना में महिला भागीदारी के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर का नाम अमिट है, जो भारत की पहली महिला डीजी मेडिकल सर्विसेज आर्मी हैं. आइए जानते हैं कि आखिर लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर कौन हैं. उन्होंने कहां से शिक्षा प्राप्त की है. डीजी मेडिकल सर्विसेज आर्मी के तौर पर उनकी भूमिकाएं क्या हैं. साथ ही जानेंगे कि उनकी उपलब्धियां क्या हैं.
AFMC से डिग्री के बाद एम्स से ट्रेनिंग
लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर को एक अगस्त 2024 को डीजी मेडिकल सर्विस आर्मी की जिम्मेदारी दी गई थी. इस जिम्मेदारी के मिलते ही लेफ्टिनेंट नायर के नाम देश की पहली महिला डीजी मेडिकल सर्विस आर्मी होने का खिताब जुड़ गया है. लेफ्टिनेंट जनरल नायर का जन्म दिल्ली में साल 1964 में हुआ था. उनके पिता का नाम एयर कमोडोर विनोद कुमार सक्सेना और मां का नाम मनोरमा सक्सेना है. उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने स्कूली शिक्षा प्रयागराज के सेंट मैरी कॉन्वेंट और बाद में लखनऊ में लोरेटो कॉन्वेंट से प्राप्त की है.
एक समृद्ध सैन्य विरासत वाले परिवार में जन्मी, लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने पुणे स्थित सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय (AFMC) से डिस्टिंक्शन के साथ ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने फैमिली मेडिसिन में पीजी और मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ एंड हेल्थ केयर में डिप्लोमा प्राप्त किया है. तो वहीं उन्होंने एम्स नई दिल्ली में मेडिकल इंफॉर्मेटिक्स में दो साल की ट्रेनिंग ली है.
लंबे समय तक IAF में रहीं चिकित्सा अधिकारी
लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर का सैन्य करियर दिसंबर 1985 में शुरू हुआ है. उन्होंने सेना चिकित्सा कोर में कमीशन लिया है. अपने शुरुआती करियर में उन्होंने पश्चिमी वायु कमान और भारतीय वायु सेना (IAF) की प्रशिक्षण कमान यानी दोनों के लिए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम किया.
डीजी मेडिकल सर्विसेज आर्मी पर नियुक्ति से पहले लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर एयर मार्शल पद से प्रमोशन होकर डायरेक्टर जनरल हॉस्पिटल सर्विस (आर्म्ड फोर्सेज) थीं, जहां उनकी भूमिका सशस्त्र बलों की सभी शाखाओं के लिए चिकित्सा सेवाओं की देखरेख करना शामिल था.
नई शिक्षा नीति में योगदान
देश की पहली महिला डीजी मेडिकल सर्विस आर्मी लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर की भूमिका नई शिक्षा नीति 2020 को आकार देने में भी रही है. लेफ्टिनेंट जनरल नायर को डॉ. कस्तूरीरंगन समिति में विशेषज्ञ सदस्य के रूप में नामित किया गया था, जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की चिकित्सा शिक्षा ड्राफ्ट का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
सैन्य कर्मियों की मेंटल हेल्थ पर करना है काम
डीजी मेडिकल सर्विस आर्मी के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर की भूमिका सैनिकों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सुविधा कैसे मिले ये सुनिश्चित करना है. तो वहीं लेफ्टिनेंट जनरल नायर के विजन में उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने और सैनिकों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है.
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