इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) से आप घर बैठे यानी ऑनलाइन फ्री में कोर्स कर सकते हैं. इसरो फ्री में रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स सिखा रहा है. इसके लिए इसरो किसी भी तरह का शुल्क नहीं लेता है. बल्कि कोर्स के बाद इसरो सफल अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट भी देता है, जो छात्रों के साथ ही नौकरी पेशेवरों की डिग्री का कद बढ़ाने में मददगार साबित हाे सकता है. आइए समझते हैं कि आखिर इसरो का ये रिमोट सेंसिंग डाटा एनालिटिक्स कोर्स क्या है. इस कोर्स को करने से क्या फायदा होगा. कैसे इस कोर्स को किया जा सकता है. आवेदन कब और कैसे करना है.
फसल उत्पादन का सटीक पूर्वानुमान लगाने में सहायक काेर्स
इसरो की तरफ से फ्री में कराए जा रहे रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स कोर्स की विशेषताओं की बात करें तो मौजूदा वक्त में देश-दुनिया में रिमोट सेंसिट डाटा के प्रयोगों के गणित को समझना होगा. मौजूदा वक्त में रिमोट सेंसिंग डाटा कई जगह प्रयोग होता है. वहीं सामान्य तौर पर रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स की बात करें तो कृषि में इसका प्रयोग देखा जा सकता है. इस कोर्स के माध्यम से रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स सीख कर कोई भी फसल उत्पादन का सटीक पूर्वानुमान लगा सकता है. कुल जमा ये कोर्स अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के प्रयोग के बारे में सिखाता है.
कब से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
इसरो के रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. आवेदन https://elearning.iirs.gov.in/ पर जाकर किया जा सकता है. आवेदन के लिए प्रक्रिया जारी है. अंतिम तारीख 15 जून है. कोर्स का संचालन 16 जून से 20 जून तक होगा.
सफल छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट मिलेगा
इसरो की तरफ से कराए जा रहे रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स कोर्स में ऑनलाइन लाइव और इंटरैक्टिव सत्र आयाेजित किए जाएंगे, जिसके तहत डेली प्रोग्राम इसरो के ई-क्लास प्लेटफाॅर्म में अपलोड होंगे. कोर्स पूरा होने के बाद ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इस परीक्षा में वह छात्र शामिल हो सकेंगे, जिनकी उपस्थिति 70 फीसदी से अधिक है. परीक्षा में 50 फीसदी से अधिक नंबर प्राप्त करने वाले छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट दिए जाएंगे. इसरो के रिमोट सेंसिग डाटा एनालिटिक्स कोर्स को आईआईआरएस-इसरो की तरफ से डिजाइन किया गया है.