बीते दिनों अमेरिका स्थित एक हवाई अड्डे पर भारतीय छात्र के साथ हुई मारपीट और जबरन निर्वासन होने का मामला सामने आया था, जिसके बाद अमेरिका में भारतीय छात्रों के उत्पीड़न को लेकर देश की राजनीति गरमा गई है. इस बीच मंगलवार को कांग्रेस के छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने सड़क पर उतर कर विरोध-प्रदर्शन किया है. NSUI के दिल्ली अध्यक्ष आशीष लाम्बा के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र पहुंचे तो वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती रही.
अमेरिका में छात्रों का उत्पीड़न गंभीर विषय
NSUI का कहना है कि पीड़ित छात्र ने कानूनी रूप से एक अमेरिकी विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया था, लेकिन उस छात्र को बीते दिनों जमीन पर पटक कर, बांधकर और जबरदस्ती देश से बाहर निकाल दिया गया. यह एक गंभीर और चिंताजनक घटना है, जिसने छात्र समुदाय और मानवाधिकार समूहों में रोष पैदा कर दिया है.
सरकार से सवाल
NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि अमेरिका में भारतीय छात्रों के उत्पीड़न के कई मामले सामने आएं हैं. मौजूदा वक्त में बड़ी संख्या में छात्र इमिग्रेशन नियमों में बदलाव के कारण परेशान हो रहे हैं, उनके वीजा रद्द किए जा रहे हैं, दाखिले रद्द हो रहे हैं और छात्रों को निर्वासित किया जा रहा है. वह अपराधी नहीं हैं, ये हमारे देश के युवा हैं, जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कानून तरीके से अमेरिका गए थे. इस दौरान एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरण चौधरी ने सरकार से सवाल पूछा कि ऐसे छात्रों की मदद के लिए क्या कार्ययोजना बनाई गई है, उसे सावर्जनिक किया जाए.
इस दौरानNSUI के पदाधिकारियों ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद, विशेष रूप से हाशिए पर खड़े समुदायों से आने वाले भारतीय छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है.कई छात्रों को दाखिला मिल गया था, लेकिन अब उन्हें अमेरिका में प्रवेश नहीं मिल रहा है. तो वहीं कुछ छात्रों को तो यात्रा के दौरान ही बिना उचित कारण बताए वापस भेज दिया गया है. इससे इस शैक्षणिक सत्र में अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे हज़ारों छात्रों के बीच भय और अनिश्चितता का माहौल बन गया है.
प्रभावित छात्रों की मदद करने की मांग
NSUI ने इस संबंध में एक मांग पत्र सरकार को सौंपा है, जिसमें ऐसे छात्रों की मदद के लिए कार्ययोजना जारी करने,प्रभावित छात्रों को कानूनी और वित्तीय सहायता प्रदान करने, अमेरिका सरकार के साथ छात्रों की सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय वार्ता करने की मांग की गई है. NSUI ने कहा है कि अगर इस मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो इस मुद्दे को लेकर देशभर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन किया जाएगा.
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