मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर की रहने वाली नव्या तिवारी ने कमाल कर दिया है. नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी एनडीए (NDA) में पूरे प्रदेश से सिर्फ उज्जैन की नव्या तिवारी का ही चयन हुआ है, जो न सिर्फ उज्जैन बल्कि पूरे राज्य के लिए खुशी का मौका है. अब नव्या जल्द ही ट्रेनिंग के लिए जाएंगी और उसके बाद भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनकर उज्जैन के साथ-साथ पूरे राज्य का भी मान बढ़ाएंगी. वह प्रदेश की पहली फ्लाइंग ऑफिसर बनेंगी.
बीते बुधवार (11 जून) की सुबह जैसे ही नव्या और उनके परिवार को उनके एनडीए में चयन की जानकारी मिली तो चारों ओर खुशियां ही खुशियां छा गईं. सबसे पहले परिवार के लोगों ने बेटी को एनडीए में चयनित होने पर बधाइयां दी और उसके बाद जैसे-जैसे उन्हें चाहने वाले लोगों को इस बात की जानकारी मिली, वो भी नव्या के घर उन्हें बधाई देने पहुंच गए. नव्या तिवारी ने बताया कि कुछ साल पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने एनडीए में लड़कियों के प्रवेश की अनुमति दी थी, उसके बाद से ही मैंने अपना करियर इसी में बनाने की तैयारी करनी शुरू कर दी थी.
वाराणसी में चला था 5 दिन इंटरव्यू
नव्या कहती हैं, ‘सितंबर 2024 में मैंने एनडीए की परीक्षा दी थी. इसके बाद 6 जनवरी से लेकर 10 जनवरी तक वाराणसी (बनारस) में कुल 5 दिनों तक इंटरव्यू राउंड के लिए भी पहुंची थीं’. उन्होंने बताया कि यह इतनी कठिन परीक्षा है कि इसमें देशभर से लगभग 4 लाख कैंडिडेट्स शामिल हुए थे, जिसमें से सिर्फ 8000 कैंडिडेट्स ने ही रिटन एग्जाम को पास किया था. मध्यप्रदेश की बात की जाए तो यहां से सिर्फ नव्या का ही एनडीए में चयन हुआ है.
NDA में हासिल की 260वीं रैंक
एनडीए के लिए इंटरव्यू और मेडिकल प्रक्रिया के बाद नव्या ने ऑल इंडिया 260वीं रैंक और गर्ल्स कैटेगरी में 27वीं रैंक हासिल की है. अब वह 21 जून को पुणे के खड़कवासला स्थित एनडीए एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए रिपोर्ट करेंगी. वहां से पासआउट होकर वह हैदराबाद एयरफोर्स एकेडमी में ट्रेनिंग लेंगी और फ्लाइंग ऑफिसर बनेंगी.
इस मुकाम तक पहुंचने के लिए की काफी मेहनत
एनडीए में चयन के लिए नव्या तिवारी ने काफी मेहनत की है. उन्होंने बताया कि जब वह 8वीं कक्षा में थीं, तभी उन्होंने ऑफिसर बनने का सपना देख लिया था. फिर जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने एनडीए में लड़कियों को प्रवेश की अनुमति दी, नव्या ने इसके लिए प्रयास किया और आखिरकार उनका सेलेक्शन हो गया.
सैनिक स्कूल से हुई है पढ़ाई
बताया जाता है कि नव्या राजस्थान के सीकर स्थित प्रिंस सैनिक स्कूल से पढ़ाई की है. उन्होंने कक्षा 12वीं में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे. कहा जा रहा है कि नव्या के पिता नवलेश तिवारी खुद भी एक समय एनडीए में जाना चाहते थे, लेकिन किसी कारणवश उन्हें सफलता नहीं मिल पाई, पर अब नव्या ने यह मुकाम पाकर अपने पिता का सपना पूरा कर दिया. नव्या ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में फ्लाइट लेफ्टिनेंट व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी को देखकर वह प्रेरित होती रही हैं और उनके जैसा बनकर देश का गौरव बनना चाहती हैं.
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