नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए (NTA) ने बीते 14 जून को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट यानी नीट यूजी (NEET UG 2025) के नतीजे जारी किए थे. करीब 22 लाख कैंडिडेट्स ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया था, जबकि 20 लाख के करीब अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे और 12 लाख के करीब कैंडिडेट पास हुए हैं. हालांकि कुछ कैंडिडेट ऐसे भी हैं, जो मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में अच्छे नंबर हासिल करने में असफल रहे. अगर आप भी NEET UG परीक्षा में अच्छे अंक हासिल नहीं कर पाए हैं, तो निराश न हों. आइए जानते हैं कि अन्य विकल्पों के बारे में.
बीएससी नर्सिंग
नर्सों को अस्पतालों, क्लीनिकों और स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं की रीढ़ माना जाता है. वो मरीजों की देखभाल करती हैं, उन्हें दवाइयां देती हैं, सर्जरी में मदद करती हैं और साथ ही डॉक्टरों की भी मदद करती हैं. यह विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त और सबसे अधिक डिमांड वाला करियर है. नर्स बनने के लिए बीएससी नर्सिंग का कोर्स करना जरूरी होता है. बीएससी नर्सिंग ग्रेजुएट्स की शुरुआती सैलरी 2.5 लाख रुपये से लेकर 6 लाख रुपये सालाना तक हो सकती है.
बैचलर ऑफ फार्मेसी (बी. फार्मा)
अगर आपको दवाइयों की दुनिया में दिलचस्पी है, तो यह कोर्स आपके लिए सबसे बेस्ट है. दवाओं का बिजनेस एक तेजी से ग्रो करने वाला क्षेत्र है और फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को दवाओं के असर और दुष्प्रभावों के बारे में बताते हैं. वो अस्पतालों, खुदरा फार्मेसियों, दवा कंपनियों और रिसर्च लैब्स में दवाओं के स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन को भी मैनेज करते हैं. फार्मासिस्ट बनने के लिए बैचलर ऑफ फार्मेसी का कोर्स करना जरूरी होता है. कोर्स करने के बाद शुरुआती स्तर पर 2.5 से 4 लाख रुपये के बीच सैलरी आराम से मिल जाती है और अनुभव के हिसाब से आगे सैलरी बढ़ती जाती है.
बीएससी बायोटेक्नोलॉजी
बैचलर ऑफ साइंस इन बायोटेक्नोलॉजी एक उभरता हुआ साइंस का क्षेत्र है, जो बायोलॉजी, केमिस्ट्री, तकनीकी और रिसर्च को एक साथ जोड़ता है. यह कोर्स करने के बाद बायोटेक्नोलॉजिस्ट बनते हैं, जो फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर कंपनियों, रिसर्च लैब, बायोटेक फर्मों और कृषि उद्योगों में काम करते हैं. शुरुआती स्तर पर उनकी सैलरी 2.5 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक सालाना हो सकती है और अनुभव के आधार पर सैलरी 10-15 लाख रुपये सालाना भी हो सकती है.
बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (BMLT)
यह कोर्स करने के बाद आप डायग्नोस्टिक लैब, अस्पताल, रिसर्च से जुड़े संस्थान और दवा कंपनियों में काम कर सकते हैं. मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट डॉक्टरों को यह पता लगाने में मदद करते हैं कि उनके मरीजों को क्या परेशानी है.वो खून, यूरिन और टिश्यू के सैंपल लेकर लैब में टेस्ट करते हैं. शुरुआती स्तर पर लैब टेक्नोलॉजिस्ट को 2.5 लाख से 4 लाख रुपये सालाना तक सैलरी मिल सकती है और अनुभव के साथ यह 6 से 8 लाख रुपये तक भी हो सकती है.
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