उत्तर प्रदेश को जल्द ही एक नई यूनिवर्सिटी मिलने जा रही है. 30 जून का भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गोरखपुर में बन रहे महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्ववविद्यालय का शुभारंभ करेंगी. इसको लेकर यूपी में तैयारियां तेज हो गई हैं, जिसके तहत 22 जून तक इस यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य से जुड़े कामों को पूरे करने का निर्देश सरकार की तरफ से दिया गया है. आइए जानते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माने जाने वाली यूपी आयुष यूनिवर्सिटी में क्या खास है.
गोरखपुर में बन रही है यूनिवर्सिटी
मुख्यमंत्री का ड्रीम प्राेजेक्ट मानी जानी वाली महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष यूनिवर्सिटी गोरखपुर के भटहट ब्लाॅक में निर्माणाधीन है. 52 एकड़ में फैली इस यूनिवर्सिटी का शिलान्यास 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था. इस यूनिवर्सिटी का नाम नाथ संप्रदाय के महायोगी गुरु गोरखनाथ के नाम पर रखा गया है. यूनिवर्सिटी के पहले कुलपति प्रो. एके सिंह हैं.
यूनिवर्सिटी में क्या होगा खास
गोरखपुर में निमार्णाधीन महायोगी गुरु गोरखनाथ यूनिवर्सिटी मुख्य तौर पर आयुष यूनिवर्सिटी है, जो मुख्य तौर पर आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा की आधुनिक और पारंपरिक शिक्षा के केंद्र के तौर पर काम करेगी. साथ ही ये यूनिवर्सिटी आयुष चिकित्सा को मॉडर्न मेडिकल साइंस के साथ जोड़ने का काम भी करेगी.
विश्व का सबसे बड़ी आयुष यूनिवर्सिटी
गोरखपुर में निमार्णाधीन गुरु गोरखनाथ यूनिवर्सिटी को विश्व की सबसे बड़ी आयुष यूनिवर्सिटी बताया जा रहा है. एक तरफ तो जहां इसमें आयुष के सभी विषयों की पढ़ाई होगी. तो वहीं दूसरी तरफ एक ही कैंपस में सभी आयुष चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. वहीं इस यूनिवर्सिटी में रिसर्च वर्क भी होगा. इसके लिए बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ने रूचि दिखाई है.
ये कोर्स होंगे, राेजगापर पर फोकस
गुरु गोरखनाथ यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के कई कोर्सेस समेत पीएचडी शुरू की जानी है. यूनिवर्सिटी की तरफ से प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार पीएचडी, बीएससी नर्सिंग आयुर्वेद, बी फार्मा आयुर्वेद, बी फार्मा होम्योपैथ, बी फार्मा यूनानी, क्षारसूत्र डिप्लोमा, अग्निकर्म डिप्लोमा, पंचकर्म असिस्टेंट डिप्लोमा, पंचकर्म थेरेपिस्ट डिप्लोमा, उत्तरवस्ति डिप्लोमा और योग नेचुरोपैथी डिप्लोमा शामिल है. यूनिवर्सिटी ने इन कोर्सेस को रोजगारपरक बनाने पर फोकस किया है.
आयुष ओपीडी का शुभारंभ हो चुका
योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट यूपी आयुष यूनिवर्सिटी का शुभारंभ अभी 30 जून को होना है, लेकिन यूनिवर्सिटी कैंपस में आयुष ओपीडी लगना शुरू हो गया है. असल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 फरवरी 2023 को आयुष ओपीडी का शुभारंभ किया था, जिसके तहत ओपीडी में रोजाना आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी डॉक्टर मरीजों को देखते हैं. अब तक एक लाख से अधिक मरीज ओपीडी में उपचार करा चुके हैं.
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