QS World Rankings 2026: IIT बॉम्बे नहीं आईआईटी दिल्ली है देश का टाॅप काॅलेज, जानें किस नंबर पर IIT मद्रास और IISC बेंगलुरु

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 की लिस्ट जारी कर दी गई है. पिछले साल की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत भारतीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में इस बार सुधार हुआ है, जिसमें आईआईटी दिल्ली ने भारत में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. वैश्विक स्तर पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने इस साल 14वीं बार ‘दुनिया में सर्वश्रेष्ठ संस्थान’ का स्थान बरकरार रखा है. इस साल, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (IIT दिल्ली) 2025 में 150वें स्थान से आगे निकलकर 2026 की रैंकिंग में 123वें स्थान पर पहुंच गया है.

रैकिंग में आईआईटी बॉम्बे को पीछे छोड़ते हुए IIT दिल्ली देश का टाॅप संस्थान बन गया है. आठ वर्षों में पहली बार IIT दिल्ली QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में सर्वोच्च रैंक वाला भारतीय संस्थान बनकर उभरा है, जिसने IIT बॉम्बे को पछाड़ दिया है. आईआईटी बॉम्बे पिछले एक दशक में इस रैंकिंग के छह संस्करणों में देश के संस्थानों में सर्वोच्च स्थान पर रहा. इस बार IIT बॉम्बे 11 रैंक गिरकर 129वें स्थान पर आ गया है.

MIT बना दुनिया का टाॅप संस्थान

वैश्विक स्तर पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) 14वें वर्ष इस बार भी रैंकिंग लिस्ट में टाॅप पर रहा. उसके बाद इंपीरियल कॉलेज लंदन, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और हार्वर्ड विश्वविद्यालय का स्थान रहा. कुल मिलाकर सूची में संस्थानों की संख्या के हिसाब से अमेरिका (192), ब्रिटेन (90) और चीन (72) के बाद भारत चौथे (54) स्थान पर रहा.

इस वर्ष, IIT दिल्ली के प्रदर्शन को कुछ निश्चित मानकों में सुधार से बढ़ावा मिला है. QS ने कहा कि IIT दिल्ली ने नियोक्ता प्रतिष्ठा (+23 स्थान), प्रति संकाय उद्धरण (+40), नियोक्ता परिणाम (+21) और विशेष रूप से स्थिरता में उल्लेखनीय प्रगति की है, जहाँ संस्थान ने प्रभावशाली 252 स्थानों की वृद्धि की है. वहीं आईआईटी बॉम्बे ने शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा और रोजगार परिणामों जैसे मेट्रिक्स पर आईआईटी दिल्ली से बेहतर स्कोर किया.

किस नंबर पर है IIT मद्रास?

वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष 10 भारतीय संस्थानों में आईआईटी का दबदबा है. आईआईटी दिल्ली और बॉम्बे के अलावा आईआईटी मद्रास (पिछले साल 227 से बढ़कर 180वें स्थान पर) वैश्विक स्तर पर शीर्ष 200 रैंक में शामिल होने वाला एकमात्र अन्य भारतीय संस्थान है. यह पहली बार शीर्ष 200 में जगह बनाने में सफल रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 10 में अन्य आईआईटी खड़गपुर (215), आईआईटी कानपुर (222), आईआईटी गुवाहाटी (334) और आईआईटी रुड़की (339) हैं.

रैंकिंग में किस स्थान पर है IISC?

सात आईआईटी के अलावा, भारतीय विज्ञान संस्थान (219, पिछले साल 211 से नीचे), दिल्ली विश्वविद्यालय (328, पिछले साल के समान) और अन्ना विश्वविद्यालय (465, पिछले साल 383 से तेज गिरावट) सूची में शामिल संस्थानों में शामिल हैं. दस में से जो सभी सार्वजनिक संस्थान हैं. पिछले साल की तुलना में पांच की रैंक में सुधार हुआ है और चार में गिरावट देखी गई है. वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्यूएस क्वाक्वेरेली साइमंड्स के अनुसार रैंकिंग में भारतीय संस्थानों की संख्या में पिछले एक दशक में 390% की वृद्धि देखी गई है. 2015 में 11 से इस साल 54 तक और पिछले साल 46 थे.

कितने भारतीय संस्थानों ने रैंकिंग में बनाई जगह

क्यूएस के अनुसार रैंकिंग में भारत के आठ नए संस्थानों के शामिल होने के साथ यह किसी भी देश द्वारा इस वर्ष सूची में जोड़ा गया सर्वाधिक है. वैश्विक स्तर पर इस वर्ष 1,500 से अधिक संस्थान रैंकिंग में जगह बनाने में सफल रहे. इस वर्ष सूची में शामिल आठ नए भारतीय संस्थानों में से सात निजी हैं, जिसमें आईआईटी गांधीनगर (रैंक 801-850) है. अशोका विश्वविद्यालय और शिव नादर विश्वविद्यालय दोनों की रैंक 1201-1400 है. इस वर्ष नए भारतीय संस्थानों कोई भी भारतीय संस्थान वैश्विक शीर्ष 100 में जगह नहीं बना पाया.

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