अमेरिका के इस राज्य में स्टूडेंट्स के लिए स्मार्टफोन फोन बैन, भारत में भी यही समस्या, जानें क्या हो रही दिक्कत

स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है, लेकिन इनका ज्यादा इस्तेमाल कई समस्याओं को जन्म दे रहा है, खासकर बच्चों के लिए. इसी बात को ध्यान में रखते हुए, अमेरिका के सबसे बड़े राज्यों में से एक कैलिफोर्निया ने अब स्कूलों में स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है. यह फैसला बच्चों के भविष्य और उनके मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में भी बच्चों के बीच स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया है.

कोविड महामारी के दौरान जब पढ़ाई ऑनलाइन शिफ्ट हुई, तो बच्चों को स्मार्टफोन की लत लग गई. अब जब क्लासें फिर से ऑफलाइन हो गई हैं, तब भी बच्चे क्लासरूम में मोबाइल फोन लेकर आ रहे हैं. इससे उनका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है, क्योंकि वे सोशल मीडिया चलाने या गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं. यह समस्या केवल कैलिफोर्निया तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारत में भी देखी जा रही है.

60 लाख बच्चों पर पड़ेगा असर

कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसोम ने हाल ही में एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत स्कूलों को स्मार्टफोन के इस्तेमाल को सीमित करने या पूरी तरह से बैन करने का अधिकार मिल गया है. यह फैसला लंबे समय से उठ रही मांगों का नतीजा है. लॉस एंजिलिस काउंटी के स्कूल बोर्ड ने तो इस साल जून में ही क्लासरूम में स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया था, जिसका असर 4,29,000 छात्रों पर पड़ा था. अब कैलिफोर्निया में यह कानून लगभग 60 लाख बच्चों के स्कूलों में स्मार्टफोन पर प्रतिबंध लगाएगा. कैलिफोर्निया अकेला नहीं है जिसने यह कदम उठाया है. एजुकेशन वीक की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के 13 राज्यों ने इस साल स्कूल में मोबाइल फोन लाने पर बैन लगाया है या उनके इस्तेमाल को सीमित किया है.

स्क्रीन टाइम बढ़ने के नुकसान

  • स्मार्टफोन के अत्यधिक इस्तेमाल से बच्चों में चिंता, अवसाद और सामाजिक अलगाव जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. सोशल मीडिया पर दूसरों से अपनी तुलना करने से आत्म-सम्मान में कमी आ सकती है.
  • लंबे समय तक हेडफोन लगाकर तेज आवाज में कंटेंट देखने या गेम खेलने से सुनने की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
  • क्लासरूम में फोन होने से बच्चों का ध्यान पढ़ाई से हट जाता है. वे गेम खेलने या सोशल मीडिया पर व्यस्त रहते हैं, जिससे उनकी शैक्षणिक प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है.
  • रात में देर तक फोन का इस्तेमाल करने से नींद का पैटर्न बिगड़ जाता है, जिससे बच्चों को थकान और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है.
  • लगातार फोन का इस्तेमाल करने से आंखों पर जोर पड़ता है, गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है और शारीरिक गतिविधियों में कमी आ सकती है, जिससे मोटापे का खतरा बढ़ जाता है.