Doctors Day 2025: NEET UG से हर साल तैयार हो रहे एक लाख डाॅक्टर! फिर भी 2030 तक देश में 20 लाख नए डॉक्टर्स की जरूरत

Doctors Day 2025: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) UG 2025 का रिजल्ट घोषित हो गया है. अब नीट यूजी 2025 की मेरिट के आधार पर देशभर के मेडिकल कॉलेजों में MBBS, BHMS, BAMS, BDS समेत अन्य मेडिकल ग्रेजुएट सीटों में दाखिला के लिए कांउसलिंग का आयोजन किया जाएगा. इस बार 20.8 लाख छात्र नीट में शामिल हुए थे, जिसमें से 12 लाख से अधिक नीट में सफल हुए हैं और तकरीब एक लाख से अधिक छात्रों को उनकी मेरिट के आधार पर MBBS में दाखिला मिलेगा. कुल मिलाकर बीते कुछ सालों से नीट यूजी से प्रत्येक साल एक लाख से अधिक डॉक्टर तैयार हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी भारत को साल 2030 तक 20.7 लाख से अधिक नए डॉक्टर्स की जरूरत है. आइए डॉक्टर्स डे 2025 के बहाने इसे विस्तार से समझते हैं.

WHO के मानकों के अनुरूप भारत में कम हैं डॉक्टर

भारत में डॉक्टरों की कमी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार 1000 हजार लोगों पर एक डॉक्टर की तैनाती आवश्यक है, लेकिन भारत में फिलहाल WHO के मानकों के अनुरूप डॉक्टरों की तैनाती नहीं है. भारत में 10 हजार लोगों पर 7 डॉक्टरों की तैनाती है, मानकों के अनुरूप अभी भी 3 डॉक्टर कम हैं. हालांकि 2014 की तुलना में इसमें सुधार हुआ है. एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 में भारत में 10 हजार लोगों पर 4.8 डॉक्टर ही थे.

Doctors

जानें भारत में कुल कितने डॉक्टर्स

भारत में 13 लाखे अधिक MBBS डॉक्टर, फिर भी 20.7 लाख की जरूरत

भारत में साल 2024 तक 13,86,136 MBBS डॉक्टर्स रजिस्टर्ड थे. तो वहीं आयुष डाॅक्टरों की संख्या 5.6 थी, जबकि भारत में हर साल एक लाख से अधिक MBBS डॉक्टर तैयार होते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी साल 2030 तक भारत को 20 लाख से अधिक MBBS डाॅक्टर्स की जरूरत है. इसके पीछे का मुख्य कारण बढ़ती जनसंख्या है. एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक भारत की जनसंख्या अनुमानित तौर पर 1.476 बिलियन हो जाएगी. तो वहीं तब तक औसतन 8 लाख डॉक्टर्स अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके होंगे. इंडियन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित शोध के अनुसार 2030 तक WHO के मानकों के अनुरूप एक हजार लोगों पर एक डाॅक्टर की तैनाती के लिए 20 लाख से अधिक नए डाॅक्टर्स की जरूरत भारत को होगी.

Mbbs Seats

देश में बढ़ रहे हैं मेडिकल कॉलेज

11 सालों में 120% से अधिक बढ़ी MBBS की सीटें

भारत के मेडिकल स्ट्रक्चर में बीते एक दशक में कई बदलाव हुए हैं, जिसके तहत एक तरफ जहां नए मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए हैं. मसलन, देश के अंदर साल 2014 तक जहां 387 मेडिकल कॉलेज थे तो वहीं साल 2025 में 780 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जबकि अगले साल तक कई नए मेडिकल कॉलेज शुरू होने हैं. इसी तरह साल 2014 में कुल 51,348 MBBS की सीटें थी. तो वहीं 2025 में देश के अंदर MBBS की कुल 118190 सीटें हैं. MBBS की सीटों में अभी और बढ़ोतरी होनी हैं.

डॉक्टर बनने के लिए जरूरी है NEET

भारत में डाॅक्टर बनने के लिए नीट यूजी जरूरी है. नीट का आयोजन प्रत्येक वर्ष नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से कराया जाता है. नीट यूजी की मेरिट के आधार पर ही AIIMS, JIPMER समेत देश के सभी मेडिकल कॉलेजों की MBBS, BHMS, BAMS, BDS की सीटों में दाखिला दिया जाता है.

ये भी पढ़ें-Google CEO सुंदर पिचाई की टू स्टेट्स फिल्म जैसी है लव स्टोरी, जानें क्या है उनकी पत्नी का नाम? कहां से हुई है उनकी पढ़ाई!