DTU ने शुरू किए 6 नए इंजीनियरिंग कोर्स, 700 करोड़ से अधिक वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप को इनक्यूबेट भी कर रहा

दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी (DTU) ने प्रोद्यौगिकी शिक्षा में देश के अंदर खुद को स्थापित किया है. तो वहीं डीटीयू देश के अंदर टैक्नाेलॉजी स्टार्टअप्स को भी बढ़ावा दे रहा है. इसी कड़ी में डीटीयू ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए 6 नए इंजीनियरिंग कोर्स शुरू किए हैं तो वहीं डीटीयू अपने कैंपस में 700 करोड़ से अधिक वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप को इनक्यूबेट कर रहा है. ये जानकारी बुधवार को डीटीयू के कुलपति प्रो. प्रतीक शर्मा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी है. उन्होंने नए कोर्स शुरू करने का उद्देश्य बताते हुए कहा कि डीटीयू के सभी प्रयास राष्ट्रीय मिशनों को साकार करने और समाज के परिवर्तन की दिशा में केंद्रित हैं.

तीन बीटेक और तीन एमटेक कोर्स

डीटीयू के कुलपति प्रो. प्रतीक शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि नए शैक्षणिक सत्र से यूनिवर्सिटी ने कुल 6 नए इंजीनियरिंग कोर्स शुरू किए हैं, जिसमें तीन बीटेक और तीन एमटेक कोर्स हैं. उन्होंने कहा कि ग्रेजुएशन स्तर बीटेक इन डेटा साइंस एंड एनालिटिक्स, बीटेक इन साइबर सुरक्षा, बीटेक इन वीएलएसआई डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी कोर्स शुरू किए गए हैं. उन्होंने कहा कि ये सभी कोर्स भारत सरकार के सेमीकंडक्टर और AI मिशन से जुड़े हुए हैं.

इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर एमटेक इन साइबर सुरक्षा, एमटेक बाय रिसर्च इन ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन), एमटेक बाय रिसर्च इन रिन्यूएबल एनर्जी सिस्टम्स कोर्स शुरू किए हैं.साथ ही उन्होंने कहा कि डीटीयू को ICCR के QUAD-STEM कार्यक्रम के लिए चुना गया है और यह उन 8 संस्थानों में से एक है, जिन्हें 130 संस्थानों में से चयनित किया गया है. इसके तहत डीटीयू ने डिजिटल शिक्षा के लिए एक अलग वर्टिकल स्थापित किया है, जिसमें ऑनलाइन MBA कोर्स, 6-महीने के एक्जीक्यूटिव कोर्स और टियर-2 व टियर-3 संस्थानों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाएंगे.

DTU-IIF सेंटर ने एक हजार से ज्यादा नौकरियां का सृजन किया

डीटीयू की स्टार्टअप को बढ़ावा देने वाली नीतियों के बारे में जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. प्रतीक शर्मा ने कहा कि DTU-IIF सेंटर ने अब तक 100 से अधिक स्टार्टअप को इनक्यूबेट किया है, जिनकी कुल संयुक्त वैल्यूएशन 700 करोड़ रुपये से अधिक है और उन्होंने 1000 से ज्यादा नौकरियों का सृजन किया है.

जियोस्पेशियल साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग गठित

डीटीयू के कुलपति प्रो. प्रतीक शर्मा ने कहा कि यूनिवर्सिटी में जियोस्पेशियल साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग की स्थापना की गई है. ये विभाग मुख्य रूप से रिमोट सेंसिंग, जीआईएस, जीएनएसएस और जियोस्पेशियल डाटा विश्लेषण जैसे क्षेत्रों में रिसर्च और ट्रेनिंग देने का काम करेगा. तो वहीं ये विभाग आपदा प्रबंधन, शहरी नियोजन और पर्यावरण निगरानी जैसे राष्ट्रीय परियोजनाओं में भी मदद करेगा.

विदेशी यूनिवर्सिटी के साथ करार

डीटीयू के कुलपति प्रो. प्रतीक शर्मा ने कहा कि डीटीयू ने विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन, राइट स्टेट यूनिवर्सिटी और ब्रैडली यूनिवर्सिटी शामिल हैं. इसी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के उद्देश्य को बढ़ावा देने और क्रेडिट शेयरिंग की सुविधा के लिए, डीटीयू ने साउथ एशियन यूनिवर्सिटी के साथ भी करार पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे विशेष रूप से पीएचडी छात्रों को अपने विश्वविद्यालय में न उपलब्ध पाठ्यक्रमों को अन्य संस्थानों से करने का विकल्प मिलेगा.

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