Prof Alok Kumar Rai: कौन हैं प्रो आलोक कुमार राय? राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब बनेंगे IIM कलकत्ता के नए डायरेक्टर

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) कलकत्ता को दो साल बाद पूर्णकालिक डायरेक्टर मिल गया है. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद शिक्षा मंत्रालय ने IIM कलकत्ता के नए डायरेक्टर के लिए प्रो आलोक कुमार राय के नाम की घोषणा की है. मौजूदा समय में प्रो आलोक कुमार राय लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति का पदभार संभाल रहे हैं. आइए जानते हैं कि प्रो आलोक कुमार राय की शैक्षणिक उपलब्धियां क्या हैं? किस वजह से IIM कलकत्ता के डायरेक्टर के तौर पर उनके नाम की घोषणा की गई है.

मार्केटिंग के प्रोफेसर हैं प्रो आलोक कुमार राय

IIM कलकत्ता के नए डायरेक्टर प्रो आलोक कुमार मूलरूप से मार्केटिंग के प्रोफेसर हैं. उनका जन्म 20 जनवरी 1976 को हुआ था. कुलपति बनने से पहले वह बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के मैनेजमेंट स्टडी डिपार्टमेंट में प्रोफेसर थे. उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री ली है, इसके बाद उन्होंने बीएचयू ने एमबीए की डिग्री ली तो वहीं पूर्वांचल यूनिवर्सिटी से उन्होंने पीएचडी की है.

प्रो आलोक कुमार राय अपने 25 सालों के अधिक के करियर में 6 किताबें लिख चुके हैं. तो वहीं पांच किताबों का संपादन कर चुके हैं. उनका रिसर्च स्पेशलाइजेशन कस्टमर रिलेशन मैनेजमेंट, ग्राहक संतुष्टि, बिजनेस एथिक्स एंड मैनेजमेंट एजुकेशन रहा है.

दूसरी बार लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति

मौजूदा समय में प्रो आलोक कुमार राय लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं. ये उनका दूसरा टर्म है. असल में साल 2019 में प्रो आलोक कुमार राय को लखनऊ यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया था. तो वहीं उनका दिसंबर 2022 में उन्हें दूसरी बार लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति की जिम्मेदारी दी गई. लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति के तौर पर उनका कार्यकाल दिसंबर 2025 तक था.

लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति रहने के साथ ही प्रो आलोक कुमार राय कई यूनिवर्सिटी का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाल चुके हैं. जिनमें बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा यूनिवर्सिटी, लखनऊ, और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी लखनऊ शामिल है.

शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम

लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति के तौर पर प्राे आलोक कुमार राय के नाम पर कई उपलब्धियां दर्ज हैं. उनके नेतृत्व में ही यूनिवर्सिटी को NAAC ने A++ ग्रेड प्रदान किया. जबकि उनके कार्यकाल में ही यूनिवर्सिटी को UGC श्रेणी-I का दर्जा दिया. इसी दौरान राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में यूनिवर्सिटी को टॉप 100 संस्थानों में जगह मिली. तो वहीं उन्होंने ने ही लखनऊ यूनिवर्सिटी ऑनलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन सेंटर की शुरुआत की. तो वहीं उनके नेतृत्व में ही यूनिवर्सिटी ने स्वयं का डिजिटल एजुकेशन प्लेटफॉर्म SLATE भी विकसित किया है.

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