DU UG Admission: डीयू नाॅर्थ कैंपस के कॉलेज इस बार अतिरिक्त सीटों पर नहीं देंगे दाखिला, इसके क्या मायने?

DU UG Admission First Seat Allotment: दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) यूजी दाखिला प्रक्रिया अपने पीक पर है. दाखिला के लिए पहली लिस्ट जारी हो गई है. डीयू में यूजी की कुल 71624 सीटों की तुलना में पहली लिस्ट में 93 हजार से अधिक सीटें आवंटित की गई हैं. कुल जमा दाखिला के लिए इस बार भी प्रतिस्पर्द्धा कठिन है. इससे पूर्व ही डीयू नाॅर्थ कैंपस में स्थित कई कॉलेज ये कह चुके हैं कि वह इस बार अतिरिक्त सीटों पर दाखिला नहीं देंगे. आइए जानते हैं कि अतिरिक्त सीटों पर दाखिला का मामला क्या है? अगर नाॅर्थ कैंपस के कॉलेज अतिरिक्त सीटों पर दाखिला ना देने का फैसला ले चुके हैं तो इसका छात्रों पर क्या असर पड़ेगा. छात्रों को एहतियातन क्या उपाय अपनाने चाहिए ?

पहले समझते हैं अतिरिक्त सीटों पर एडमिशन का मामला

इस खबर पर आगे बढ़ने से पहले डीयू यूजी में अतिरिक्त यानी एडशनिल सीटों पर दाखिला की पहेली सुलझाते हैं. असल में डीयू के नार्थ कैंपस के कॉलेज सभी छात्रों की पहली पसंद होते हैं. बड़ी संख्या में छात्र कोर्सों के साथ ही नार्थ कैंपस के कॉलेजों में दाखिला की वरीयता का विकल्प चुनते हैं. डीयू दाखिला के लिए लिस्ट जारी करता है, जिसमें एक निर्धारित नंबर तक किसी कॉलेज के कोर्स में दाखिला का विंडो खुला रहता है. ऐसे में बड़ी संख्या में छात्र कोर्स को तरजीह ना देते हुए नाॅर्थ कैंपस के कॉलेजों में दाखिला ले लेते हैं.

उदाहरण से इसे समझने की कोशिश करते हैं. माना लिया जाए कि दाखिला के लिए जारी होने वाली लिस्ट में नाॅर्थ कैंपस के हिंदू कॉलेज में बीए ऑनर्स हिस्ट्री में 900 नंबरों पर दाखिला की कटऑफ जारी हुई है. वहीं अधिकांश छात्र सभी कोर्स और कॉलेजों चुने हैं.

ऐसे में जिन भी छात्रों के 900 तक नंबर हैं वह दूसरे कोर्स और कॉलेज में दाखिला ना लेकर हिंदू कॉलेज में दाखिला ले लेते हैं. डीयू के दाखिला नियमों के अनुसार अगर छात्र कटऑफ की पात्रता पूरी करते हैं तो उन्हें कॉलेज दाखिला देने से मना नहीं कर सकता है. ऐसे में हिंदू कॉलेज को अतिरिक्त सीटों पर दाखिला देना पड़ेगा. ये अमूमन नाॅर्थ कैंपस के कॉलेजों के साथ होता है और वह अतिरिक्त सीटों पर दाखिला देते हैं.

नाॅर्थ कैंपस के किन काॅलेजों ने किया मना

डीयू यूजी दाखिला प्रक्रिया 2025 में नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों ने अतिरिक्त सीटों पर दाखिला ना देने का ऐलान किया है. असल में बीते दिनों डीयू दाखिला कमेटी की प्राचार्यों के साथ बैठक हुई हैं. इसमें तय किया गया है कि पहली लिस्ट में नॉर्थ कैंपस के एसआरसीसी, रामजस, हिंदू, दौलतराम, किरोड़ीमल, हंसराज कॉलेज में अतिरिक्त सीटों का आवंटन किया जाएगा. हालांकि इन कॉलेजों में हिंदी, पंजाबी, संस्कृत जैसे भाषा वाले कोर्सों की 50 फीसदी अतिरिक्त सीटें आवंटित की जांएगी.

छात्रों के लिए इसके क्या मायने?

डीयू यूजी दाखिला प्रक्रिया 2025 में नॉर्थ कैंपस के काॅलेजों ने अतिरिक्त सीटों पर दाखिला ना देने का ऐलान किया है. इसके छात्रों के लिए मायने क्या हैं? इसे समझना जरूरी है. डीयू के एक पदाधिकारी के अनुसार पहली लिस्ट में नॉर्थ कैंपस के काॅलेजों में दाखिला के लिए अतिरिक्त सीटें आवंटित नहीं की गई हैं. तो वहीं साउथ और बाहरी कैंपस के कॉलेजों की अधिकांश सीटें आवंटित की गई हैं. इसके मायने ये हैं कि अगर किसी छात्र मनपसंद कॉलेज आवंटित नहीं हुआ है तो वह इस वजह से दाखिला लेने से ना चूके. वह कोर्स को प्राथमिकता दें और जहां भी दाखिला मिलता है वहां करा लें. हालांकि छात्रों के पास सीट अपग्रेड का विकल्प उपलब्ध है. इससे वह दूसरे राउंड की लिस्ट के लिए पात्र रहेंगे और मनपंसद कॉलेज में दाखिला प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध होगा.

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