झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है, कुल 342 उम्मीदवारों को अंतिम रूप से सफल घोषित कर दिया गया है. झारखंड के खूंटी जिला के रहने वाले शहीद अविनाश कुजूर के बेटे अभय कुजूर ने अपनी कड़ी मेहनत और परिश्रम के बल पर सफलता की एक नई दास्तान लिखी है. अपनी दूसरे अटेम्प्ट में जेपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, 2023 में अभय ने पूरे प्रदेश में दूसरी रैंक हासिल की है.
जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 के सेकंड टॉपर अभय कुजूर ने अपनी सफलता का श्रेय भगवान के साथ-साथ अपने शहीद पिता अविनाश कुजूर, मां सुशीला कुजूर को दिया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि उनकी सफलता के पीछे उनके टीचर्स और डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव हैं.
आंखों में सफलता की खुशी लिए और शहीद पिता अविनाश कुजूर को याद करते हुए सेकंड टॉपर अभय कुजूर ने बताया कि उनके पिता आर्मी में सेवा दे रहे थे, साल 2003 में वह रिटायर हुए थे इसके बाद उड़ीसा में एंटी नक्सलाइट फोर्स को ज्वाइन किया था. 2009 में एक नक्सल अभियान के दौरान उनके पिता अविनाश कुजूर शहीद हो गए थे. उसके बाद से उनकी मां सुशीला कुजूर ने पूरे परिवार को संभाला. अभय कुजूर के अलावा उनके परिवार में उनकी दो बड़ी बहनें भी हैं.
जियोलॉजी में किया है ऑनर्स
अभय ने अपनी सफलता के लिए डीएसपी की पाठशाला और विशेष तौर पर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव को धन्यवाद दिया है. ऐसा इसलिए क्योंकि वह स्वयं प्रशासनिक पद पर कार्यरत हैं और जेपीएससी के माध्यम से वह चयनित हुए थे. उन्हें पता है कि परीक्षा का कैसा पैटर्न होता है और किन विषयों को फोकस करना है.
सेकंड टॉपर अभय कुजूर ने बताया कि उन्होंने साल 2011 में रांची के संत अलुइस स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी. इसके बाद 2013 में रांची के ही सुरेंद्रनाथ सैंटनरी स्कूल से साइंस स्ट्रीम से इंटर किया. इसके बाद रांची के संत जेवियर्स कॉलेज से 2016 में जियोलॉजी ऑनर्स से ग्रेजुएशन की. इसके बाद रांची यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट जियोलॉजी में ही मास्टर्स की डिग्री हासिल की.
DSP की पाठशाला से मिली मदद
अभय ने बताया कि उनके मोहल्ले में भी एक आईएएस अधिकारी रहते थे, उनकी कार्यशैली को देखकर ही अभय काफी प्रेरित हुए. अभय उन दिनों सोचते थे कि अगर वह भी एक अधिकारी बनेंगे तो लोगों की आवाज बन सकते हैं. लोगों की सेवा कर सकते हैं और उनकी मदद कर सकते हैं.
वहीं से सिविल सेवा में जाने के प्रति लालसा अभय की और बढ़ गई. विजन क्लियर हो गया कि उन्हें अब सिविल सेवा में ही जाना है. उनके इस सफर में डीएसपी की पाठशाला से काफी मार्गदर्शन मिला. झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2023 के सेकंड टॉपर अभय कुजूर को प्रशासनिक सेवा अलॉट हुआ है.