एनसीईआरटी (NCERT) जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर एक मॉड्यूल लाने जा रहा है. कुल मिलाकर दो मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, जिसमें पहला मॉड्यूल कक्षा 3 से 8वीं तक के लिए होगा, जबकि दूसरा मॉड्यूल कक्षा 9 से 12वीं तक के लिए होगा. 8 से 10 पन्नों के इस मॉड्यूल में भारत की सैन्य उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा. असल में इसका उद्देश्य छात्रों को भारत की सैन्य शक्ति से अवगत कराना है और ये बताना है कि पाकिस्तान को एक बार फिर कैसे हराया गया.
इसके साथ-साथ छात्रों को कई अन्य विषयों पर भी जानकारी दी जाएगी, जिसमें मिशन लाइफ, भारत की अन्य प्रमुख उपलब्धियां, Axiom-4 मिशन में शुभांशु शुक्ला की भागीदारी और चंद्रयान मिशन शामिल हैं.
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई 2025 को एक सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करना था. इस ऑपरेशन का नाम दिया गया था ऑपरेशन सिंदूर. असल में यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. इस ऑपरेशन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच खूब तनातनी हुई थी. स्थिति युद्ध के कगार पर पहुंच गई थी. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हमले किए थे, जिससे विरोधी सेना हिल गई थी.
8वीं की किताब में मुगलों को बताया गया ‘निर्दयी और क्रूर’
एनसीईआरटी ने अभी हाल ही में 8वीं क्लास की नई सामाजिक विज्ञान की किताब में कई सारे बदलाव किए हैं. इसमें मुगलों को लेकर कई बातें लिखी हुई हैं. मुगल शासक बाबर को जहां ‘निर्दयी और क्रूर’ बताया गया है तो अकबर को सहनशील, लेकिन जालिम फैसले लेने वाला बताया गया है. इसके अलावा औरंगजेब को ऐसे शासक के रूप में बताया गया है, जिसने कई मंदिरों और गुरुद्वारों को तुड़वा दिया था. किताब में मुगलों के काल को हिंसा से भरा हुआ बताया गया है.
किताब में आचार्य कणाद की परमाणु की अवधारणा
इसके अलावा 8वीं के साइंस की किताब में भी बदलाव किया गया है. इसमें प्राचीन दार्शनिक आचार्य कणाद की परमाणु की अवधारणा के बारे में बताया गया है. साथ ही गणितज्ञ भास्कर द्वितीय की जल-पात्र खगोल विज्ञान तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी गई है.
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