पढ़ने में तो स्मार्ट, पर बोलने में क्यों झिझकते हैं? 5 पॉइंट्स में सुधारें अपना कम्युनिकेशन स्किल

कई बार स्कूल या कॉलेज में ऐसे स्टूटेंड दिखते हैं जो पढ़ाई में तो अच्छे होते हैं, लेकिन जब बोलने की बात आती है तो चुप हो जाते हैं. वे सामने वाले से बात करने में झिझकते हैं, जिससे कई बार उन्हें पीछे भी हटना पड़ता है. ऐसा शर्मीलापन आगे चलकर उनकी पढ़ाई, दोस्ती और करियर पर भी असर डाल सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. अगर थोड़ा अभ्यास किया जाए और सही तरीका अपनाया जाए, तो यही स्टूडेंट धीरे-धीरे अच्छे बोलने वाले बन सकते हैं. हम यहां आपको 5 ऐसे आसान और काम के टिप्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से कोई भी छात्र अपनी बातचीत की कला को सुधार सकता है.

छोटे ग्रुप से शुरू करें बात

अगर आपको सबके सामने बोलने में डर लगता है, तो शुरुआत अपने दोस्तों या परिवार के बीच बात करके करें. जब आप जान-पहचान वालों के साथ बात करते हैं तो आप ज्यादा सहज महसूस करते हैं. धीरे-धीरे आपकी हिचक हटेगी और आप बड़े ग्रुप में भी बोलने लगेंगे.

बात करते वक्त सामने देखें

जब आप किसी से बात करें तो उसकी आंखों में देखकर बात करें. साथ ही मुस्कुराएं और सिर हिलाकर हां-ना जरूर जताएं. इससे सामने वाले को लगेगा कि आप उसकी बात सुन रहे हैं और आपकी बात का असर भी ज्यादा होगा. हावभाव (बॉडी लैंग्वेज) भी बहुत मायने रखते हैं.

थोड़ा-थोड़ा रोज प्रैक्टिस करें

बोलने में सुधार लाने के लिए जरूरी है कि आप रोज थोड़ा-थोड़ा अभ्यास करें. आईने के सामने खड़े होकर अपना नाम, स्कूल या कोई कहानी बोलने की कोशिश करें. चाहें तो अपने भाई-बहन या दोस्त के सामने भी बोलने की आदत डालें.

बात सुनना भी उतना ही जरूरी है

अच्छा बोलने वाला वही होता है जो पहले सामने वाले की बात ध्यान से सुनता है. जब आप किसी की बात ध्यान से सुनते हैं तो आपका जवाब भी अच्छा होता है और आप बातचीत में ज्यादा कंफर्टेबल महसूस करते हैं.

गलती हो जाए तो डरें नहीं

बोलते हुए गलती होना आम बात है. अगर ऐसा हो जाए तो खुद पर हंस लें और आगे बढ़ें. हर बार की बातचीत से आप कुछ नया सीखते हैं. खुद की तारीफ करना सीखें और थोड़ा-थोड़ा करके अपनी झिझक को दूर करें.

ये भी पढ़ें: IAS की फैक्ट्री है राजस्थान का ये परिवार, देश को दिए हैं 6 सिविल सेवक, पढ़ें सफलता की अनोखी कहानी