अपनी क्रिएटिव सोच पर भरोसे के चलते कोई कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ फेसबुक बनाकर अरबपति बन गया, तो कोई बिना डिग्री लिए ही चैटजीपीटी का मालिक बन बैठा. वहीं, कोई हैदराबाद के स्कूल से निकलकर माइक्रोसॉफ्ट का AI संभाल रहा है, तो कोई IIT से निकलकर अरबों की वैल्यू वाली कंपनी खड़ी कर चुका है. मार्क जुकरबर्ग, सैम ऑल्टमैन, मुस्तफा सुलेमान, अरविंद श्रीनिवास और डारियो अमोदेई की कहानियां हिम्मत, हौसले की मिसाल है. आइए जानते हैं क्या है इनकी एजुकेशनल क्वॉलिफिकेशन और कितनी मिलती है सैलरी.
फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग
दुनिया के गिने-चुने अरबपतियों में से एक फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग सैलरी के मामले में सबसे नीचे आते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुकरबर्ग हर साल सिर्फ 1 डॉलर यानी 80-85 रुपये लेते हैं. 2013 में उन्होंने अपनी साल की 4 करोड़ रुपये की सैलरी छोड़ दी और 1 रुपये लेते आ रहे हैं. 14 मई 1984 को मार्क जुकरबर्ग का जन्म अमेरिका में हुआ था. वे 2002 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पढ़ने गए, लेकिन 2 साल बाद ही कॉलेज छोड़. बीच में पढ़ाई छोड़कर उन्होंने फेसबुक कंपनी की शुरुआत की. 13 साल बाद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें मानद डिग्री दी थी.
OpenAI के सह-संस्थापक सैम ऑल्टमैन
2015 में ऑल्टमैन ने लिंक्डइन के सह-संस्थापक रीड हॉफमैन, ट्विटर के मालिक एलन मस्क और पीटर थिएल के साथ मिलकर OpenAI की स्थापना की. वेल्थ ट्रैकर सेलेब्रिटी नेटवर्थ के मुताबिक, सैम ऑल्टमैन की अनुमानित कुल संपत्ति 4,131 करोड़ रुपये है. एयरबीएनबी, पिंट्रेस्ट, स्ट्राइप और रेडिट सहित कुछ अन्य कंपनियों में निवेश भी उनकी कमाई का सोर्स है.
सैम ऑल्टमैन ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं. उनके पास तो कॉलेज की डिग्री भी नहीं है. मिसौरी के एक प्राइवेट स्कूल जॉन बरोज स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अमेरिका की मशहूर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (Stanford University) में एडमिशन लिया और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई शुरू की, लेकिन डिग्री पूरी किए बिना ही उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया. हालांकि स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में रहते हुए उन्होंने साल 2005 में Loopt नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन स्टार्टअप की शुरुआत की, जिसे साल 2012 में बैंकिंग कंपनी ग्रीन डॉट ने 43 मिलियन डॉलर में खरीद लिया.
माइक्रोसॉफ्ट में AI डिवीजन के CEO मुस्तफा सुलेमान
मुस्तफा सुलेमान, जिन्हें हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के नए AI डिवीजन का सीईओ बनाया गया है, वह गूगल के डीपमाइंड के सह-संस्थापक भी हैं. उन्हें Copilot, Bing, और Edge जैसे AI प्रोडक्ट्स को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. मुस्तफा का बचपन लंदन के इस्लिंगटन में बीता है. उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में फिलॉसफी और थियोलॉजी की पढ़ाई शुरू की, लेकिन दूसरे साल में ही पढ़ाई छोड़कर मुस्लिम यूथ हेल्पलाइन नाम की एक चैरिटी शुरू कर दी. ये संस्था जरूरतमंद युवाओं को मुफ्त और गोपनीय तरीके से मदद और सांस्कृतिक तौर पर संवेदनशील सलाह देती है.
मुस्तफा सुलेमान के नेटवर्थ को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है, लेकिन डीपमाइंड के को-फाउंडर होने और बिजनेस में उनकी समझ अमीरों की गिनती में लाती है. दरअसल अल्फाबेट (गूगल की पेरेंट कंपनी) ने डीपमाइंड को करीब 450 से 650 मिलियन डॉलर में खरीदा था.
perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास
अरविंद श्रीनिवास का जन्म 7 जून 1994 को मद्रास में हुआ था. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की. उसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले से कंप्यूटर साइंस में PhD की, जिसमें उनका फोकस मशीन लर्निंग और AI पर रहा. Perplexity AI के CEO ने कंपनी की स्थापना के सिर्फ दो सालों में ही 1 अरब डॉलर की नेट वर्थ हासिल कर ली है.
रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी कंपनी लगभग 5 करोड़ डॉलर का सालाना रेवेन्यू कमा रही है. Perplexity AI के CEO श्रीनिवास के पास कई कंपनियों, जैसे चेन्नई मीनाक्षी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल लिमिटेड और ईमुद्रा लिमिटेड में भी हिस्सेदारी है. श्रीनिवास के पास सिलिकॉन वैली में एक घर है और उनके पास गाड़ियों का एक शानदार कलेक्शन भी है. इस कलेक्शन में 101,63 डॉलर की टेस्ला मॉडल एस प्लेड और 1.9 लाख रुपये की रॉयल एनफील्ड क्लासिक भी शामिल है.
Anthropic AI सीईओ और सह-संस्थापक डारियो अमोदेई
एंथ्रोपिक के सीईओ और सह-संस्थापक डारियो अमोदेई की पढ़ाई की शुरुआत फिजिक्स से हुई. उन्होंने 2001 से 2003 तक कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कैलटेक) में फिजिक्स में बीएससी की पढ़ाई की. इसके बाद वे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी चले गए, जहां उन्होंने 2006 में अपनी बीएससी पूरी की. आगे की पढ़ाई के लिए, उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से 2011 में (बायो)फिजिक्स में पीएचडी की डिग्री ली. इस दौरान उनका रिसर्च कंप्यूटेशनल न्यूरोसाइंस और न्यूरल सर्किट्स की इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी पर था.
फोर्ब्स के मुताबिक, 2021 में उन्होंने अपनी बहन डैनिएला अमोदेई और छह अन्य लोगों के साथ मिलकर एंथ्रोपिक की स्थापना की थी. ये सभी पहले OpenAI में काम करते थे. उनकी बहन, डैनिएला, कंपनी की प्रेसिडेंट हैं. मार्च 2025 में निजी निवेशकों ने एंथ्रोपिक का मूल्यांकन 61.5 बिलियन डॉलर किया था. इस कंपनी की Google की मूल कंपनी Alphabet और Amazon के साथ पार्टनरशिप भी है.
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