Maitri Mangal Education: कौन हैं मैत्री मंगल, कहां से हुई है उनकी पढ़ाई! गूगल में 1.6 करोड़ है उनका सैलरी पैकेज

Maitri Mangal Education:अधिकतर छात्र इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करते हैं, ताकि उन्हें गूगल, माइक्रोसॉफ्ट या फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों में नौकरी मिल सके. मौजूदा वक्त में कई भारतीय गूगल, माइक्रोसाॅफ्ट और फेसबुक जैसी कंपनियों में काम कर रहे हैं. इनमें एक मैत्री मंगल भी हैं, जिनका गूगल में सालाना पैकेज 1.6 करोड़ रुपये है.

आइए जानते हैं कि मैत्री मंगल कौन हैं? उनकी पढ़ाई कहां से हुई है? वह गूगल में क्या काम करती हैं. कमाई और खर्च को लेकर उन्होंने क्या है?

कौन हैं मैत्री मंगल, कहां से हुई है उनकी पढ़ाई

मैत्री मंगल एक ऐसी युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जिनकी कहानी मौजूदा समय में देशभर के छात्रों के लिए प्रेरणा बनी हुई है. मैत्री मंगल गूगल के न्यूयॉर्क सिटी ऑफिस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर कार्यरत हैं. उनकी पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने अपनी बैचलर डिग्री कंप्यूटर साइंस में बिंगहैमटन यूनिवर्सिटी से हासिल की. पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने बोस्टन यूनिवर्सिटी में नेटवर्क साइंस रिसर्च में इंटर्नशिप की. इसके बाद, उन्होंने ब्लूमबर्ग एलपी और यूएसए टुडे जैसी कंपनियों में भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया.

मैत्री कहती हैं कि उनकी इस कामायाबी का कारण अपने स्किल्स को लगातार बेहतर करने पर ध्यान देना है. उन्हाेंने कहा कि इसी वजह से वह आज गूगल में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और नई-नई तकनीकी सॉल्यूशंस पर काम कर रही हैं.

इतनी है सैलरी और खर्चे

मैत्री मंगल के मुताबिक गूगल में उनकी सालाना सैलरी लगभग 1.6 करोड़ रुपये है. अपने महीने के खर्चों का जिक्र करते हुए उन्होंने एक पॉडकास्ट में बताया कि न्यूयॉर्क में उनका हर महीने का खर्च करीब 5,000 डॉलर (लगभग 4.2 लाख रुपये) है. इसमें सबसे बड़ा हिस्सा किराए का होता है, जो लगभग 3,000 डॉलर (2.5 लाख रुपये) है. इसके अलावा, खाने-पीने, किराना और मनोरंजन पर उनका खर्च 1,000 से 2,000 डॉलर के बीच होता है, जबकि ट्रांसपोर्टेशन पर 100 से 200 डॉलर खर्च होते हैं.

लगातार सीखते रहने को बनाया सफलता का मंत्र

मैत्री के मुताबिक, टेक्नोलॉजी की दुनिया में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है लगातार सीखते रहना. छात्रों को अलग-अलग प्रोग्रामिंग भाषाओं को सीखते रहना चाहिए और नए-नए प्रोजेक्ट्स पर काम करते रहना चाहिए. उनके अनुसार, टेक्नोलॉजी में हर दिन बदलाव आता है और अगर आप सीखना बंद कर देंगे, तो आप बहुत जल्दी पीछे छूट जाएंगे.

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