BHU Admission 2025: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दाखिला प्रक्रिया अपने पीक पर है. बीएचयू प्रशासन की तरफ पीजी दाखिला के लिए अब तक 4 अलॉटमेंट लिस्ट जारी की जा चुकी हैं. तो वहीं यूजी दाखिला के लिए 2 अलॉटमेंट लिस्ट जारी की जा चुकी हैं. इसके बाद भी बीएचयू में कई सीटें खाली रह गई हैं. इन सीटों में अब दाखिला सीयूईटी नहीं बल्कि मेरिट के आधार पर होगा. इसको लेकर यूजीसी ने निर्देश जारी किए हैं.
आइए जानते हैं कि यूजीसी ने बीएचयू दाखिला को लेकर क्या कहा है? बीएचयू की बची हुई सीटों पर कैसे मेरिट के आधार पर दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा रही है?
CUET की रैंक के आधार पर दाखिला
बीएचयू भी यूजी और पीजी सीटों में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की रैंक के आधार पर दाखिला देता है. मसलन, सीयूईटी यूजी में शामिल छात्र ही बीएचयू से यूजी और पीजी में दाखिला के लिए आवेदन कर सकते हैं. दाखिला सीयूईटी की रैंकिंंग के आधार पर होता है.
कितनी बच गई हैं सीटें
बीएचयू ने पीजी की 10 हजार सीटों पर दाखिला के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे. इन सीटों पर दाखिला के लिए बीएचयू ने 4 अलॉटमेंट लिस्ट जारी की थी. जानकारी के मुताबिक इन 4 लिस्ट के आधार पर 6 हजार छात्रों ने सीयूईटी पीजी की रैंकिंग के आधार पर दाखिला लिया. तो वहीं तकरीबन 3 हजार सीटें सुपरन्यूमरेरी कोटा के तहत आरक्षित हैं. इसके बाद 1200 सीटें बच गई. इन बीच हुई सीटों में दाखिला के लिए बीएचयू की तरफ से 12 से 16 अगस्त तक मापअप राउंड आयोजित किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी कई सीटें बच रह सकती हैं.
इसी तरह बीएचयू ने यूजी की 9200 सीटों में दाखिला के लिए सीयूईटी यूजी की रैंकिंग के आधार पर आवेदन आमंत्रित किए थे. इन सीटों पर दाखिला के लिए 2 अलॉटमेंट लिस्ट जारी की जा चुकी हैं. अगली लिस्ट 18 अगस्त को जारी होनी है, लेकिन इसके बाद भी कई सीटें खाली रहने की आशंका लगाई जा रही है.
खाली सीटों पर मेरिट के आधार पर दाखिला, यूजीसी ने जारी किए निर्देश
बीएचयू अब खाली सीटों पर फिलहाल सीयूईटी की अनिवार्यता को खत्म करते हुए मेरिट के आधार पर दाखिला देगा. इसको लेकर यूजीसी ने निर्देश जारी किए हैं. असल में बीएचयू प्रशासन ने इस संबंध में यूजीसी को सूचित किया था. इसके बाद यूजीसी ने निर्देश जारी किया है. इसमें यूजीसी ने दाखिला के लिए एसओपी जारी की है.
यूजीसी सचिव मनीष आर जोशी ने निर्देश में स्पष्ट किया है कि यूनिवर्सिटी में सीटें खाली रह जाना संसाधनों की बर्बादी है. जारी एसओपी में यूजीसी ने कहा है कि खाली रह गई सीटों पर दूसरे अभ्यर्थियों को दाखिला दिया जा सकता है. हालांकि भविष्य में सीयूईटी की अनिवार्यता को खत्म नहीं किया गया है.
बीएचयू नए आवेदन आंमत्रित कर सकता है
यूजीसी के निर्देश के बाद बीएचयू खाली बची हुई सीटों में दाखिला के लिए नए आवेदन आमंत्रित कर सकता है. माना जा रहा है कि या तो बीएचयू खाली बची हुई सीटों में दाखिला मेरिट यानी 12वीं या ग्रेजुएशन के अंकों के आधार पर देगा या दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है.
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