दिल्ली के एनडीएमसी अस्पतालों में काम कर रहे पैरामेडिकल स्टाफ के लिए राहत भरी खबर आई है. लंबे समय से जिन सुविधाओं की मांग की जा रही थी, अब उन पर सकारात्मक फैसला लिया गया है. न सिर्फ हॉस्पिटल पेशेंट केयर अलाउंस मिलने जा रहा है, बल्कि अब सेवा में रहते हुए किसी कर्मचारी की मौत या रिटायरमेंट के बाद उनका क्वॉर्टर उनके बेटे या आश्रित को भी मिल सकेगा. कर्मचारियों की भलाई के लिए कई पुराने नियमों में बदलाव किए गए हैं, जिससे सालों से लंबित मामलों का भी समाधान होगा.
PWD मंत्री के अनुसार, कर्मचारियों के हितों में कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है. वहीं, रिक्रूटमेंट रूल्स को DOPT के अनुसार तैयार किया जा रहा है. अब तक नियम था कि पिता की मौत के बाद जो मकान अलॉट होता था, उसे बेटे के नाम अलॉट नहीं किया जाता था. अब इस नियम में बदलाव किया गया है. अगर बेटा पहले से उस मकान में रह रहा है तो उसे वह मकान अलॉट किया जा सकता है.
भर्ती के नियमों में भी बदलाव किया जा रहा है. इससे नए और पुराने दोनों तरह के कर्मचारियों को लाभ मिलेगा. फिलहाल ऐसे 35 केस हैं, जो लंबित चल रहे हैं. इन पर फैसला लिया जाएगा.
क्या काम करते हैं पैरामेडिकल स्टाफ?
मरीजों की देखभाल
पैरामेडिकल स्टाफ मरीज के ब्लड प्रेशर, टेंपरेचर की जांच करना, दवाइयां देना और जरूरत पड़ने पर इमोशनल सपोर्ट भी देने का काम करते हैं. कई बार वे बुजुर्ग या गंभीर मरीजों को रोजमर्रा के कामों में भी मदद करते हैं.
टेस्ट और इलाज में मदद
इनका काम मरीजों के खून के सैंपल लेना, एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड जैसे टेस्ट करना है. लेबोरेटरी में रिपोर्ट्स तैयार करने में मदद करना, इंजेक्शन देना, घावों की सफाई करना और फिजियोथेरेपिस्ट की मदद जैसे काम करना होता है.
इमरजेंसी में पहुंचते हैं सबसे पहले
इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (EMT) एंबुलेंस में मरीजों के पास सबसे पहले पहुंचते हैं. ये CPR, ऑक्सीजन देना या मरीज की हालत संभालने जैसे कई जरूरी काम करते हैं और उन्हें सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचाते हैं.
अलग-अलग स्पेशलिस्ट
इस क्षेत्र में कई स्पेशलिस्ट होते हैं. रेडियोग्राफर (एक्स-रे व MRI), लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट, और EMT. हर एक की अपनी खास जिम्मेदारी होती है.
टीम वर्क में माहिर
पैरामेडिकल स्टाफ डॉक्टर, नर्स और अन्य हेल्थ स्टाफ के साथ मिलकर काम करते हैं. मरीज की जानकारी शेयर करना और इलाज की योजना बनाने में मदद करते हैं.
मरीजों को समझाते और सिखाते भी हैं
कई बार पैरामेडिकल स्टाफ मरीज को उसकी बीमारी के बारे में बताते हैं, इलाज का तरीका समझाते हैं और किस तरह आगे सावधानी रखनी है, इसकी जानकारी देते हैं.
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