जेईई एडवांस्ड 2025 के रिजल्ट के बादसंयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (JOSAA) 2025 ने काउंसलिंग शुरू हो गई. जोसा 2025 काउंसलिंग के आधार पर देशभर की आईआईटी, NIT में दाखिला मिलता है. तो वहीं राज्यों की इंजीनियरिंग कॉलेजों की सीटों में दाखिला जेईई मेन्स की रैंकिंग के आधार पर होता है, लेकिन अगर किसी छात्र ने जेईई में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है या कोई छात्र जेईई में शामिल नहीं हुआ है तो वह इसके बाद भी आईआईटी मद्रास से ग्रेजुएशन कर सकता है. चौंकिए मत… ये सच है. आइए जानते हैं कि बिना जेईई के ही आईआईटी मद्रास से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कैसे संभव है?
IIT M संचालित करता है दो बैचलर ऑफ साइंस कोर्स
आईआईटी मद्रास दो बैचरल ऑफ साइंस कोर्स संचालित करता है. इनमें डेटा साइंस और एप्लीकेशन और इलेक्ट्रानिक सिस्टम में बीएस डिग्री शामिल है. ये दोनों ही कोर्स 4 वर्षीय हैं. इन दोनों ही कोर्सों में दाखिला के लिए जेईई की अनिवार्यता नहीं है. दाखिला के लिए आईआईटी मद्रास प्रवेश परीक्षा का आयोजन करता है.
ऑनलाइन हैं दोनों कोर्स, आवेदन प्रक्रिया जारी
आईआईटी मद्रास के दोनों बीएस कोर्स ऑनलाइन संचालित होते हैं. मसलन, इन दोनों ही कोर्स का स्टडी मैटेरिलय ऑनलाइन उपलब्ध है तो वहीं कक्षाएं भी ऑनलाइन मोड में ही संचालित होती हैं. हालांकि परीक्षा के लिए छात्रों को व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होना होता है. वहीं इन दोनों ही कोर्सों में दाखिला के लिए मौजूदा वक्त में आवेदन प्रक्रिया जारी है. आवेदन की अंतिम तिथि 4 सितंबर है. दाखिला के लिए 26 अक्टूर को प्रवेश परीक्षा का आयोजन होगा.
क्या है डेटा साइंस और एप्लीकेशन कोर्स
आईआईटी मद्रास का बैचलर ऑफ साइंस 4 वर्षीय कोर्स है. इस कोर्स में पैटर्न की पहचान करने और मॉडल बनाने के लिए बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करना शामिल है. आईआईटी दिल्ली की तरफ से उपलब्ध जानकारी के अनुसार डेटा साइंस और एप्लीकेशन कोर्स में छात्रों को प्रोग्रामिंग, एप्लिकेशन डेवलपमेंट, डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के बारे में बताया जा रहा है. किसी भी स्ट्रीम के उम्मीदवार इस प्रोग्राम के लिए आवेदन कर सकते हैं और इसमें शामिल हो सकते हैं. इस कोर्स के बारे में अधिक जानकारी इस लिंक पर क्लिक पर प्राप्त की जा सकती है.
इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में बीएस
आईआईटी मद्रास के बीएस इन इलेक्ट्राॅनिक सिस्टम में बीएस कोर्स में फिजिक्स और मैथ में 12वीं पास छात्र पास कर सकते हैं. आईआईटी मद्रास की तरफ से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार इस कोर्स को करने के बाद कोई भी छात्र इलेक्ट्रॉनिक या एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन और डेवलपमेंट इंजीनियर के रूप में ऑटोमोटिव, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, स्पेस, मोबाइल, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स और डिफेंस इंडस्ट्री में सेवा करने की स्थिति में होगा.
आईआईटी मद्रास ने कहा है कि इस डोमेन में बहुत ज़्यादा मांग बढ़ रही है. इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में बीएस डिग्री भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और एम्बेडेड मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कुशल स्नातकों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है. इस कोर्स से जुड़ी अधिक जानकारी इस लिंंक पर क्लिक कर प्राप्त की जा सकती है.
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