NEET UG 2025: ‘बत्ती गुल’ पर हाईकोर्ट में क्या बोला NTA? सेकंड टॉपर उत्कर्ष का दिया तर्क

नीट यूजी 2025 (NEET UG 2025) परीक्षा के दौरान हुई बिजली कटौती और केंद्र पर अव्यवस्थाओं को लेकर इंदौर और उज्जैन के कई अभ्यर्थियों ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (इंदौर खंडपीठ) में याचिका दायर की है. याचिका में दावा किया गया है कि परीक्षा के समय केंद्र पर बार-बार बिजली जाने से उनका समय बर्बाद हुआ और उन्हें मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा. उन्होंने मांग की है कि इसके लिए एनटीए को जिम्मेदार ठहराया जाए और ऐसी स्थिति दोबारा पैदा न हो, इसके लिए निर्देश दिए जाएं. साथ ही उन प्रभावित अभ्यर्थियों ने दोबारा परीक्षा कराने की भी मांग की है.

इस मामले में दायर याचिका पर बीते 23 जून को कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जिसमें जस्टिस सुबोध अभ्यंकर ने ये देखने के लिए कोर्ट रूप की बिजली बंद करवा दी कि बिजली नहीं होने से कितनी समस्या पैदा होती है. करीब 13 मिनट तक लाइट बंद रही. अब इस मामले में अगली सुनवाई 30 जून को होगी.

हालांकि इस मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए का कहना है कि बिजली गुल होने से परीक्षा प्रभावित नहीं हुई है बल्कि उन सेंटरों पर भी अभ्यर्थियों ने उतने ही सवाल हल किए हैं जितने कि अन्य सेंटरों पर अभ्यर्थियों ने किए हैं. एनटीए ने अपने तर्क में नीट यूजी 2025 के सेकंड टॉपर उत्कर्ष भोंसले का भी उदाहरण दिया है, जो इंदौर के हैं. एनटीए का कहना है कि परीक्षा केंद्र पर कोई समस्या नहीं हुई, क्योंकि इंदौर के ही उत्कर्ष ने ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की है.

उत्कर्ष ने बताई परीक्षा के दिन की कहानी

‘द सूत्र’ नाम के वेबसाइट से बातचीत में उत्कर्ष ने 4 मई 2025 के दिन की पूरी कहानी बयां की है. उन्होंने बताया है कि उस दिन बहुत तेज बारिश हो रही थी और आंधी भी चल रही थी, जिसकी वजह से उन्हें भी अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में दिक्कत हुई थी. उन्होंने आगे बताया कि आंधी-बारिश की वजह से लाइट चली गई थी, परीक्षा हॉल में अंधेरा था और साथ ही पेपर भी काफी टफ था. ऐसे में वो भी थोड़ा परेशान हो गए थे, लेकिन फिर उन्होंने दो मिनट का ब्रेक लिया और मन को शांत किया, फिर पेपर सॉल्व करने में लग गए.

हासिल किए थे 720 में से 686 अंक

उत्कर्ष ने नीट यूजी 2025 में 720 में से 686 अंक हासिल किए थे और देश में दूसरा स्थान हासिल किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्कर्ष ने बताया कि पेपर तो टफ था, लेकिन उन्होंने अच्छे से तैयारी की थी, इसलिए वो इस परीक्षा में न सिर्फ सफल हुए बल्कि टॉप रैंक भी हासिल की.

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