स्कूल से ही निकलेंगे ओलंपिक 2036 के मेडलिस्ट! नई राष्ट्रीय खेल नीति में स्कूली बच्चों और शिक्षकों पर फोकस

केंद्र सरकार ने मंगलवार को नई राष्ट्रीय खेल नीति 2025 को मंजूरी दे दी है. मंगलवार को मोदी कैबिनेट में इस संबंध में निर्णय लिया गया है. सरकार की तैयारी नई राष्ट्रीय खेल नीति 2025 के जरिए 2036 ओलंपिक के लिए भारत को मजबूत दावेदार बनाने की है. तो वहीं लक्ष्य 2047 तक खेलों के मामले में भारत को दुनिया के शीर्ष 5 देशों की सूची में शामिल करने का है. कुल जमा नई राष्ट्रीय खेल नीति में खेल के साथ खेल संघों पर कई अहम फैसले लिए गए हैं तो वहीं नई नीति में खेल के मामले में स्कूलों और शिक्षकों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया है. आइए जानते हैं कि नई खेल नीति 2025 में स्कूली बच्चों और शिक्षकों को लेकर क्या प्रावधान किए गए हैं.

नई शिक्षा नीति के साथ खेलों को जोड़ा गया

नई राष्ट्रीय खेल नीति 2025 में विशेष तौर पर नई शिक्षा नीति 2020 के साथ जोड़ा गया है, जिसके तहत खेल और शारीरिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने की वकालत की गई है. स्पष्ट किया गया है कि इससे छात्रों के संतुलित विकास को बढ़ावा मिलेगा और इससे शैक्षणिक शिक्षा को शारीरिक फिटनेस और व्यक्तिगत विकास के साथ जोड़ा जा सकेगा. इसके साथ ही स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने के लिएस्थानीय खेल संगठनों के साथ साझेदारी स्थापित करने, इसके लिए कार्यक्रम बनाने की बात कही गई है.

शिक्षकों को मिलेगी विशेष ट्रेनिंग

वहीं नई राष्ट्रीय खेल नीति 2025 के तहत स्कूल शिक्षकों के लिए विशेष ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की गई है. इसके लिए स्कूल शिक्षकों को संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे. नई नीति में कहा गया है कि इससे स्कूलों में खेल कार्यक्रमों की गुणवत्ता में सुधार होगा. वहीं नई नीति में ये भी कहा गया है कि स्कूलों में प्रभावी खेल कार्यक्रम बनाने और बुनियादी ढ़ाचे के साथ ही खेल संसाधनों को पूरा करने के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी. इसके लिए सभी स्टेक होल्डर से संपर्क किया जाएगा. नई राष्ट्रीय खेल नीति 2025 में कहा गया है कि कार्ययाेजना के तहत स्कूल में खेल का मैदान बनाने, आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने और नियमित आधार पर स्कूल स्तरीय खेल कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

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