Best Country for Job: 4 दिन काम…3 दिन का आराम… जाॅब के मामले में बेस्ट हैं ये दो देश

सोचिए, एक ऐसी जगह हो, जहां सुबह की भीड़ में भागना जरूरी न हो, काम खत्म होने के बाद ऑफिस की टेंशन न हो, वर्क कल्चर ऐसा कि फैमिली टाइम पर असर न पड़े. बिन कहे छुट्टियां इतनी मिले कि कभी झूठ बोलकर बंक मारने की जरूरत ही न पड़े. नौकरी के मामले में ऐसी ही जगह को स्वर्ग कहा जाता है. और ये स्वर्ग नीदरलैंड और नॉर्वे में है.

नीदरलैंड और नॉर्वे को नौकरी करने वालों के लिए जन्नत माना जाता है. यहां काम और जिंदगी का बैलेंस इतना शानदार है कि लोग न सिर्फ काम में खुश रहते हैं, बल्कि अपनी पर्सनल लाइफ भी अच्छे से जी पाते हैं. चार दिन का वर्किंग वीक, ढेर सारी छुट्टियां और घरवालों के लिए खास सुविधाएं इन देशों को खास बनाती हैं. चलिए, इनके बारे में और जानते हैंः

Netherlands Work Culture: 4 दिन का वर्किंग वीक, सिर्फ 32 घंटे काम

नीदरलैंड में लोग हफ्ते में औसतन 32 घंटे काम करते हैं, जो यूरोप में सबसे कम है. यहां चार दिन का वर्किंग वीक आम है. मतलब, लोग हफ्ते में चार दिन काम करते हैं और फिर भी पूरी सैलरी पाते हैं. यहां हर साल 20 दिन की छुट्टी मिलती है. मां बनने पर 16 हफ्ते की छुट्टी मिलती है, वो भी पूरी सैलरी के साथ. पिता बनने पर एक हफ्ते की छुट्टी मिलती है. अगर और छुट्टी चाहिए, तो वो भी ले सकते हैं, हालांकि वो बिना सैलरी की होती है. यहां लोग काम पर साइकिल से जाते हैं, जो सेहत और पर्यावरण दोनों के लिए अच्छा है.

Norway work culture: पिछले साल की कमाई पर बोनस, बच्चा होने पर पूरे साल भर छुट्टी

नॉर्वे को दुनिया में काम और जिंदगी के बीच सबसे अच्छा बैलेंस वाला देश माना जाता है. यहां हफ्ते में 37.5 घंटे काम होता है, जो बाकी कई देशों से कम है. यहां हर साल 5 हफ्ते की छुट्टी मिलती है. इसके साथ में पिछले साल की कमाई का 10.2% बोनस भी मिलता है, जिसे छुट्टी का पैसा कहते हैं.

अगर ओवरटाइम करना पड़े, तो कम से कम 40% एक्स्ट्रा सैलरी मिलती है, लेकिन साल में 200 घंटे से ज्यादा ओवरटाइम की इजाजत नहीं है. बच्चा होने पर मां-बाप मिलकर 49 हफ्ते की छुट्टी ले सकते हैं, उस दौरान पूरी सैलरी भी मिलती है. 10 हफ्ते की छुट्टी और बढ़ा सकते हैं, लेकिन तब सैलरी 80% ही मिलेगी.

Condition in India : भारत में 72 घंटे तक काम, छुट्टी हर जगह अलग

भारत में वर्क कल्चर मेहनत और रिश्तों पर टिका है. यहां प्राइवेट सेक्टर में हफ्ते में 48-72 घंटे तक काम आम है, जबकि सरकारी नौकरियों में 35-40 घंटे. हालांकि भारत में भी कुछ कंपनियां चार दिन का वर्किंग वीक शुरू की हैं. ज्यादातर कंपनियों में 15-20 दिन की छुट्टी मिलती है, और मेटरनिटी लीव 26 हफ्ते का है, पूरी सैलरी के साथ. पैटरनिटी लीव कुछ कंपनियों में 5-15 दिन का मिलता है.

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