इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) दिल्ली ने छात्रों के लिए कुछ नीतियों में बदलाव की घाेषणा की है. अब आईआईटी दिल्ली ने हॉस्टल मेस में क्यूआर कोड और बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम की शुरुआत की गई है. यह कदम छात्रों के खाने की निगरानी और उनकी सेफ्टी को देखते हुए उठाया गया है. इस बदलाव के तहत आईआईटी दिल्ली के छात्रों को पुराने मेस कार्ड की जगह अब छात्रों को मेस में घुसने से पहले अपना बायोमेट्रिक्स देना होगा.
आईआईटी दिल्ली के डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर्स बीके पाणिग्रही के मुताबिक, इस नए सिस्टम से यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि कौन छात्र खाना खाने नहीं आया है. इससे किसी भी छात्र के बीमार होने या किसी अन्य समस्या में फंसने की स्थिति में समय रहते मदद की जा सकेगी.
नए छात्रों को कैंपस में रुकने की सुविधा
आईआईटी दिल्ली ने उन छात्रों के लिए भी राहत भरी खबर दी है, जिन्हें हॉस्टल नहीं मिल पाया है. ऐसे छात्रों को कैंपस में 10 से 15 दिनों तक रुकने की इजाजत दी जाएगी, ताकि वे तब तक दूसरी जगह आराम से घर ढूंढ सकें.
नए कोर्स और रिवाइज्ड करिकुलम
आईआईटी दिल्ली ने हाल ही में कुछ नए अंडरग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्स भी शुरू किए हैं, जिनमें केमिस्ट्री में बीएससी, डिजाइन में बीटेक और ऑप्टिक्स व फोटोनिक्स में पीजी कोर्स शामिल हैं. 2025-26 से शुरू होने वाला नया अंडरग्रेजुएट करिकुलम छात्रों को ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी और प्रैक्टिकल अनुभव देगा. इसमें पर्यावरण, सस्टेनेबिलिटी, क्रिएटिविटी और एथिकल रीजनिंग जैसे विषयों पर जोर दिया जाएगा, साथ ही एआई और मशीन लर्निंग जैसी उभरती तकनीकों को भी शामिल किया गया है.
वहीं आईआईटी दिल्ली ने छात्रों की मेंटल हेल्थ पर ध्यान देने के लिए भी नई योजना बनाई हैं. जिसके तहत छात्रों कीमेंटल हेल्थ सुधारने के लिए कई अस्पतालों के साथ टाई-अप किया गया है.
IIT दिल्ली की खासियत
भारत सरकार ने आईआईटी दिल्ली को क्वांटम मेटेरियल्स एंड डिवाइसेस (QMD) टेक्नोलॉजी हब बनाने के लिए 312 करोड़ रुपये की फंडिंग दी है. इसका उद्देश्य क्वांटम टेक्नोलॉजी के लिए देश का सबसे बेहतरीन सेंटर बनाना है. इसके अलावा हुंडई मोटर ग्रुप के साथ मिलकर फ्यूचर मोबिलिटी टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए भी एक नया सेंटर शुरू किया गया है. आईआईटी दिल्ली ने एक साल में 23 देशों के साथ समझौते किए हैं और 220 से ज्यादा विदेशी मेहमान संस्थान का दौरा कर चुके हैं.
आईआईटी दिल्ली ने अबू धाबी में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय कैंपस भी खोला है, जहां 5 अलग-अलग प्रोग्राम चल रहे हैं, जिनमें केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक भी शामिल है. क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में आईआईटी दिल्ली ने 123वां स्थान हासिल किया है.
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