शिक्षा मंत्रालय ने एक अहम फैसला लेते हुए उच्च शिक्षा विभाग के सचिव विनीत जोशी को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन यानी UGC के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है. यह जिम्मेदारी उन्हें प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार के रिटायर होने के बाद दी गई है. जब तक कोई स्थायी अध्यक्ष नियुक्त नहीं हो जाता या मंत्रालय की ओर से कोई नया निर्देश नहीं आता तब तक जोशी इस पद को संभालेंगे.
विनीत जोशी का एकेडमिक सफर की बात करें तो उन्होंने देश के प्रतिष्ठित संस्थानों अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. यह संस्थान QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में ग्लोबली 263वें स्थान पर है. जबकि NIRF 2024 के मुताबिक इसे ओवरऑल कैटेगरी में 5वां और इंजीनियरिंग कैटेगरी में 4 स्थान मिला है.
जोशी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड यानी IIFT नई दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में MBA किया. इस दौरान वह गोल्ड मेडलिस्ट रहे. उन्होंने बाद में IIFT से Quality Management में पीएचडी भी पूरी की. QS इंटरनेशनल ट्रेड रैंकिंग 2025 में IIFT को MBA और मास्टर्स कोर्सेस के लिए 63वां स्थान मिला है.
प्रशासनिक सेवाओं में योगदान
विनीत जोशी 1992 बैच के मणिपुर कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. उनका जन्म 2 नवंबर 1968 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. उन्होंने लंबे समय तक शिक्षा के क्षेत्र में प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभाई हैं. जनवरी 2024 में उन्हें केंद्र सरकार में उच्च शिक्षा सचिव नियुक्त किया गया. इसके पहले वे जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 तक मणिपुर राज्य के मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थे.
एनटीए और CBSE में अहम भूमिका
एनटीए (NTA) के महानिदेशक रहते हुए उन्होंने दिसंबर 2019 से नवंबर 2020 तक NEET, JEE Main और UGC NET जैसी परीक्षाओं को प्रभावी तरीके से आयोजित करवाया. इससे पहले वे फरवरी 2010 से नवंबर 2014 तक CBSE के चेयरमैन रहे. इस दौरान उन्होंने CCE प्रणाली लागू की और शैक्षणिक सुधारों को आगे बढ़ाया.