बैंकिंग सुविधाओं को सहजता से प्राप्त करने के लिए खाता धारकों के पास में पैन कार्ड होना जरूरी होता है क्योंकि पैन कार्ड के होने से बैंकिंग सुविधाओं को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
अगर आपके पास भी पैन कार्ड नहीं है तो आप इसका आवेदन करके पैन कार्ड बनवा सकते हैं और यदि आपके पास पैन कार्ड पहले से ही बना हुआ है तो आपके लिए पैन कार्ड से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण जानकारी जानना जरूरी है। हाल ही में पैन कार्ड से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है।
हाल फिलहाल में ही पैन कार्ड से जुड़ी हुई नए नियम बनाए गए हैं। आधार लिंकिंग अनिवार्यता, 10 अंक का नया पैन नंबर एवं बड़े लेनदेन में पारदर्शिता को ध्यान में रखकर इन नए नियम को लागू किया गया है इसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं।
Pan Card New Rules
पैन कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण हो चुका है क्योंकि इसे पहचान पत्र के तौर पर भी उपयोग किया जाने लगा है। पैन कार्ड का उपयोग न केवल आयकर भरने के लिए होता है बल्कि कई वित्तीय लेन एवं सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए भी किया जाता है।
वर्तमान में पैन कार्ड का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है क्योंकि भारत सरकार के द्वारा पैन कार्ड से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन भी किए गए हैं जिसका मुख्य उद्देश्य वित्तीय प्रणाली में अधिक पारदर्शिता लाना है एवं सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
पैन कार्ड के नए नियम और इनका महत्व
आप सभी को बता दें कि पैन कार्ड के तहत नए नियम इसलिए जारी किए गए हैं या इसलिए लागू किए गए हैं ताकि पैन कार्ड धारकों की वित्तीय सुरक्षा बनी रहे और पैन कार्ड धारकों की वित्तीय सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखकर ही नया नियम लागू किया गया है।
आधार-पैन लिंकिंग करना आवश्यक
जिनके पास में भी पैन कार्ड उपलब्ध है अब उन सभी कार्ड धारकों को आधार से लिंक करना आवश्यक होगा और यह नियम वित्तीय धोखाधड़ी जैसी घटनाओं को रोकने एवं सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।
आधार पैन लिंकिंग न करने पर आप सभी कार्ड धारकों को आयकर रिटर्न दाखिल करने में एवं बड़े लेनदेन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा आधार लिंकिंग से पैन कार्ड का दुरुपयोग होने से बच जाएगा साथ में इसकी प्रामाणिकता भी सुनिश्चित हो जाएगी।
आधार लिंक न करने पर क्या होगा
आप अपने पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं करवाते हैं तो फिर आपको अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जिसमें आपको बैंकिंग लेनदेन में समस्या होगी साथ में आपको आयकर रिटर्न फाइलिंग में समस्या देखने को मिलेंगे एवं अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ लेने के लिए मुश्किल हो जाएगी। इसके अतिरिक्त वित्तीय धोखाधड़ी जैसी संभावनाएं भी बढ़ सकती है।
दस अंकों का नया पैन नंबर
पहले पैन कार्ड में जो एक स्पेशल नंबर दिया रहता था वह 9 अंक का होता था परंतु अब इस नंबर को 10 अंकों का कर दिया गया है और यह परिवर्तन डिजिटल सुरक्षा एवं बेहतर डाटा प्रबंधन के उद्देश्य के साथ में किया गया है। इस परिवर्तन के होने से पैन कार्ड से संबंधित लेनदेन एवं अन्य वित्तीय कार्यों में भी प्रदर्शित होगी जिससे काले धन पर भी नियंत्रण किया जा सकेगा।
पचास हजार से अधिक के लेनदेन में पैन अनिवार्यता
अब यदि आप ₹50000 या फिर इससे अधिक राशि का लेन देन करती है तो फिर आप सभी के लिए पैन कार्ड के प्रति अनिवार्य कर दी गई है और यह नया नियम बड़े वित्तीय लेनदेन की निगरानी को सहज बनाने के उद्देश्य एवं गैर कानूनी लेनदेन को रोकने के लिए बनाया गया है और लागू किया गया है।
गलत लेनदेन की सूचना देने की अनिवार्यता
आपको पैन कार्ड से संबंधित किसी संदिग्ध या गलत लेनदेन की जानकारी मिलती है तो आप इसकी सूचना बैंक में जाकर तुरंत देनी होगी। जब आप यह महत्वपूर्ण सूचना बैंक को देंगे तो फिर बैंक इन सूचनाओं के आधार पर ही आवश्यक कार्रवाई कर सकेगी जिससे अन्य कार्ड धारकों के खाते सुरक्षित रहेंगे और धोखाधड़ी जैसी घटनाएं भी बच पाएंगी।