ड्रोन के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं और IIT कानपुर के साथ काम करने की ख्वाहिश तो आपके लिए बेहतर मौका है. बस आपके पास ड्रोन को लेकर एक अच्छा आइडिया होना चाहिए. यदि ऐसा है तो IIT कानपुर के विशेषज्ञ खुद आपकी मदद करेंगे. इसके लिए संस्थान ने मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज के साथ करार किया है. दोनों संस्थान मिलकर ड्रोन का आधुनिक तकनीकी हब तैयार कर रहे हैं.
आईआईटी कानपुर ड्रोन के क्षेत्र में नए मुकाम हासिल करने की तैयारी कर रहा है, इसके लिए संस्थान में लगातार काम चल रहा है. अब संस्थान ने नए प्रतिभाओं को मंच देने की तैयारी कर ली है. बस शर्त ये रखी गई है कि जो भी आईआईटी कानपुर के साथ काम करना चाहता है, उसके पास ड्रोन को लेकर एक शानदार आइडिया होना चाहिए.
युवाओं का सपना पूरा करेगा IIT कानपुर
IIT कानपुर के विशेषज्ञों के मुताबिक अगर किसी के पास बढ़िया आइडिया है तो वह संस्थान से संपर्क कर सकता है. संस्थान में उसके ड्रोन आइडिया का प्रोटोटाइम बनेगा, उसकी टेस्टिंग होगी और प्रोजेक्ट का पेटेंट भी कराया जाएगा.
मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञ पहुंचे
IIT कानपुर में मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्रृयूट फॉर डिफेंस स्टडीज के विशेषज्ञ भी सोमवार को संस्थान में पहुंचे. संस्थान के विशेषज्ञों ने दावा किया कि आने वाले समय में वह कानपुर आईआईटी के साथ मिलकर ड्रोन का आधुनिक हब तैयार करेंगे. इससे देश में शक्तिशाली और कामकाजी ड्रोन सस्ते दामों पर बनाए जा सकेंगे. मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट के अलावा संस्थान में सोमवार को अन्य सरकारी और निजी क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी पहुंचे और संस्थान की फ्लाइट लैब, समेत अन्य तकनीकी सेंटरों का दौरा किया.
ड्रोन एक्सीलेंस का हब है IIT कानपुर
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ड्रोन के क्षेत्र में एक्सीलेंस हब माना जाता है, संस्थान के बने कई ड्रोन विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. रक्षा क्षेत्र में भी इनकी बड़ी उपयोगिता है. आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर मणींद्र अग्रवाल के मुताबिक अगर किसी के पास बेहतर आइडिया है तो वो आए, उसे जो भी सुविधाएं चाहिए, आईआईटी कानपुर के पास वो सब है. यहां लैब के अलावा स्ट्रिप भी है, जो युवाओं को उसके शोध में मदद देगा.