यूपी में 27 हजार स्कूल बंद होने की खबर और विपक्ष के आरोपों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि स्कूल बंद होने जैसी बात निराधार है. सरकार स्कूलों की दशा सुधारकर छात्रों को नई दिशा देना चाहती है. इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार की कोशिश छात्रों को ऐसा कैंपस उपलब्ध कराने की है, जिसमें प्रीप्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की जा सके.
सीएम योगी आदित्यनाथ सदन में विपक्ष के आरोपों का जवाब दे रहे थे. दरअसल विपक्ष की ओर लगातार ये आरोप लगाया जा रहा था कि यूपी में 27 हजार सरकारी स्कूलों पर ताला जड़ने की तैयारी है. इसमें उन स्कूलों को शामिल किया जा रहा था, जिनमें छात्र संख्या 50 से कम है. बताया ये भी जा रहा है कि उस समय डीजी ने भी समीक्षा बैठक में इस बावत निर्देश दिए थे, लेकिन अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके पीछे की हकीकत बताई है.
इंटीग्रेटेड कैंपस बनाने पर फोकस
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि हम सरकारी विद्यालयों को इंटीग्रेटेड कैंपस बनाने पर फोकस र रहे हैं, ताकि छात्रों को इंटर तक एक ही कैंपस में पढ़ाई का मौका मिले. शिक्षक अच्छे हों, प्रशिक्षित हों. यह कैंपस ऐसे होंगे जिनमें छात्र भी होंगे पर्याप्त मात्रा में शिक्षक भी. इसके लिए सरकार ने 57 कंपोजिट विद्यालय प्रारंभ करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है. बजट में भी इसको लेकर प्रावधान किए गए थे.
बंद नहीं होंगे स्कूल, छात्र-शिक्षक का रेशियो होगा ठीक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सरकार की योजना है पहले जनपद स्तर पर स्कूलों को सुधारा जाए. इसके बाद तहसील स्तर पर काम किया जाए और फिर ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर तक इसे ले जाया जाए. इस तरह से प्रदेश में एजुकेशन का एक मॉडल बनाया जाएगा. 27 हजार विद्यालय बंद किए जाने की जो बात है, वो बंद नहीं किए जा रहे हैं, सिर्फ इन स्कूलों में छात्र और शिक्षकों के बीच का रेशियो ठीक किया जा रहा है.
जिस स्कूल में ज्यादा छात्र वो शिफ्ट किए जाएंगे
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष स्कूलों और शिक्षकों को लेकर भी राजनीति करता है. सरकार बच्चों की शिक्षा के प्रति गंभीर है. उन्हें बेहतर और अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए जिन स्कूल में छात्र कम हैं और शिक्षक ज्यादा उन्हें शिफ्ट किया जाएगा. इसी तरह जिन स्कूलों में छात्र ज्यादा हैं और शिक्षक कम. वहां से भी छात्रों को शिफ्ट किया जाएगा, ताकि उन्हें बेहतर और अच्छी शिक्षा मिल सके.